GOLD NEWS:सोने के दामों के साथ-साथ मांग में भी हुई भारी बढ़ोतरी, जाने जनवरी से मार्च तक कितनी बढ़ी सोने की मांग
GOLD RATE:देश के अंदर सोने के दामों में जिस रफ्तार से बढ़ोतरी हुई है उसी रफ्तार से सोने की मांग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोने की मांग में बीते 3 महीने की बात करें तो 136.6 टन सोने की मांग के साथ 8% बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं बीते 3 महीनों में सोने के मूल्य में 11 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश में सोने के मूल्य रिकार्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बावजूद मजबूत आर्थिक हालात के चलते इस वर्ष मार्च तिमाही के दौरान देश में सोने की मांग में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार, जनवरी-मार्च 2024 के दौरान भारत में 136.6 टन सोने की मांग रही है। आरबीआइ की ओर से की गई आक्रामक खरीदारी का भी सोने की मांग बढ़ने में प्रमुख योगदान रहा है।
डब्ल्यूजीसी के अनुसार, बीती तिमाही में मूल्य के लिहाज से सोने की मांग 20 प्रतिशत बढ़कर 75,470 करोड़ रुपये रही है। इस दौरान सोने के औसत तिमाही मूल्य में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष समान तिमाही में सोने की मांग 126.3 टन रही थी। इसमें ज्वेलरी और निवेश दोनों प्रकार की मांग शामिल है।
डब्ल्यूजीसी इंडिया के सीईओ सचिन जैन का कहना है कि मांग में यह वृद्धि भारतीयों के सोने के साथ स्थायी रिश्ते की पुष्टि करती है। जैन ने कैलेंडर वर्ष 2024 के दौरान सोने की मांग 700-800 टन के बीच रहने की उम्मीद जताई है। 2023 के दौरान देश में 747.5 टन सोने की मांग रही थी।
बीती तिमाही में भारत ने कुल 179.4 टन सोने का आयात किया है जो 2023 की समान अवधि के 143.4 चन से 25 प्रतिशत ज्यादा है। जनवरी-मार्च 2024 के दौरान सोने का तिमाही औसत मूल्य 55,247.20 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा है। इसमें आयात शुल्क और जीएसटी शामिल नहीं है।
कुल मांग में से ज्वेलरी के लिए सोने की मांग चार प्रतिशत बढ़कर 95.5 टन रही है जो पिछले वर्ष समान अवधि में 91.9 करोड़ टन थी। वहीं, निवेश के लिए सोने की मांग 19 प्रतिशत बढ़कर 41.1 टन रही है जो पिछले वर्ष समान तिमाही में 34.4 टन थी। निवेश के लिए बार (छड़), सिक्के और अन्य प्रारूप में सोने की मांग की जाती है।
वैश्विक स्तर पर 1,238 टन सोने की मांग रही
डब्ल्यूजीसी के अनुसार, जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग तीन प्रतिशत बढ़कर 1,238 टन रही है। 2016 के बाद यह सबसे मजबूत तिमाही प्रदर्शन रहा है। तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने का भाव 2,070 डालर प्रति औंस रहा है जो पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले पांच प्रतिशत ज्यादा है। बीती तिमाही में दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने 290 टन सोने की खरीदारी की है।