यूपी में बिजली विभाग का बड़ा फैसला, स्मार्ट प्रीपेड मीटर में नहीं लगेंगे चीन निर्मित उपकरण
UP Power corporation: स्मार्ट प्रीपेड मीटर में चीन निर्मित उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। यूपी पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने इस संबंध में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
पावर कारपोरेशन ने साफ किया है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संबंध में बिजली कंपनियों को विद्युत मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करना होगा। पावर कारपोरेशन के निर्देश के क्रम में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने कार्रवाई शुरू करते हुए सभी मीटर निर्माता कंपनियों को संशोधित ग्रांटेड टेक्निकल पैरामीटर (जीटीपी) भेजने का निर्देश जारी किया है।
सरकार ने नियमों को रखा ताक पर
बिजली कंपनियों के कुछ अभियंताओं की मिलीभगत से मीटर निर्माता कंपनियों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर की ग्रांटेड टेक्निकल पैरामीटर (जीटीपी) भारत सरकार के मानकों को ताक पर रखकर अनुमोदित करा ली थी।
पोलरिस व इंटली स्मार्ट के मीटरों की जांच में सामने आया कि इनके मीटरों के अंदर लगे 21 प्रमुख उपकरणों में सात से 13 उपकरण चीन व अन्य देशों से संबंधित थे, जबकि भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत 60 से 70 प्रतिशत उपकरण भारतीय होने चाहिए।
विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि मामले में पावर कारपोरेशन प्रबंधन को दोषी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उपभोक्ता परिषद ने चीन निर्मित उपकरण के विरोध नियामक आयोग में विरोध प्रस्ताव दाखिल किया था।