EPS-95: 10 साल की नौकरी के बाद पेंशन पक्की, जानें पूरी डिटेल्स
EPS-95 यानी कर्मचारी पेंशन योजना 1995, प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले पेशेवरों के लिए रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, इसके लाभ और इससे संबंधित नियमों के बारे में।
EPS-95 यानी कर्मचारी पेंशन योजना 1995, प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले पेशेवरों के लिए रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, इसके लाभ और इससे संबंधित नियमों के बारे में।
EPS-95 क्या है?
EPS-95 (कर्मचारी पेंशन योजना 1995) एक पेंशन योजना है जिसे ईपीएफओ (EPFO) द्वारा प्रबंधित किया जाता है। इस योजना के तहत मौजूदा और नए ईपीएफ (EPF) सदस्य पेंशन लाभ के पात्र होते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के रिटायरमेंट की जरूरतों को पूरा करना है।
EPS-95
पेंशन पात्रता: कर्मचारी को पेंशन पाने के लिए कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी होती है।
योगदान: कर्मचारी की बेसिक सैलरी + DA का 12% हर महीने PF खाते में जमा होता है, जिसमें से 8.33% EPS में जाता है।
वृद्धि: यदि सदस्य 60 वर्ष की उम्र में पेंशन शुरू करते हैं, तो उन्हें सालाना 4% की अतिरिक्त वृद्धि का लाभ मिलता है।
EPS-95 पेंशन कैसे प्राप्त करें?
10 साल की सेवा: कर्मचारी को पेंशन के लिए न्यूनतम 10 साल की सेवा पूरी करनी होती है।
UAN नंबर: नौकरी बदलने के बाद भी UAN नंबर एक ही रखें। इससे आपके PF खाते में जमा पूरा पैसा उसी UAN में दिखेगा।
पेंशन के लिए आवेदन: पेंशन के लिए EPFO में आवेदन करें और संबंधित दस्तावेज़ जमा करें।
EPS-95 के नियम और शर्तें
पेंशन योग्य उम्र: सामान्यतः 58 वर्ष की उम्र में पेंशन शुरू की जाती है, लेकिन इसे 60 वर्ष तक भी बढ़ाया जा सकता है।
जॉब में गैप: यदि कर्मचारी ने अलग-अलग संस्थानों में 5-5 साल काम किया है और बीच में गैप है, तो भी UAN नंबर एक ही होने पर पेंशन का लाभ मिलेगा।
विकलांगता: यदि कर्मचारी पूरी तरह से विकलांग हो जाता है, तो वह पेंशन योग्य सर्विस पीरियड पूरा न करने के बावजूद मासिक पेंशन के लिए पात्र होता है।
EPS-95 योजना प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के बाद एक महत्वपूर्ण आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। यह योजना न केवल पेंशन लाभ देती है, बल्कि परिवार के सदस्यों को भी आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। इसलिए, जो कर्मचारी अपनी नौकरी के दौरान 10 साल का टेन्योर पूरा करते हैं, उन्हें इस योजना का पूरा लाभ उठाना चाहिए और अपने भविष्य को सुरक्षित करना चाहिए।