बैंकों के घटते डिपॉजिट पर वित्त मंत्री का बयान, अब बढ़ेगी एफडी पर ब्याज दरें

Fix Diposit: आने वाले समय में, बैंकों के लिए डिपॉजिट को आकर्षित करना एक प्राथमिकता बन गया है। इसके लिए बैंकों ने न केवल कर्ज महंगा करने की योजना बनाई है, बल्कि फिक्स्ड डिपॉजिट पर आकर्षक ब्याज दरें भी पेश की जा रही हैं। यह सभी योजनाएं बैंकों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और ग्राहकों को अधिक लाभ देने के लिए हैं।
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के अधिकारियों के साथ बैठक में बैंकों के घटते डिपॉजिट पर चिंता जताई। उन्होंने बैंकों से डिपॉजिट को बढ़ाने के लिए आकर्षक योजनाएं पेश करने का आग्रह किया।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि लोन केवल उन्हीं लोगों को दिया जाए जिन्हें वास्तव में इसकी आवश्यकता है। इस बैठक के बाद बैंकों ने डिपॉजिट बढ़ाने के लिए कई स्पेशल एफडी स्कीम्स लॉन्च की हैं और भविष्य में भी जमा पर आकर्षक ब्याज दरों की घोषणा करने की संभावना है।
आरबीआई के डेटा के अनुसार, बैंकिंग सिस्टम में लोन की वृद्धि दर 13.7% है जबकि डिपॉजिट की रफ्तार केवल 10.6% है। यह असमानता पहले भी चिंता का कारण बनी थी, लेकिन अब बैंकों ने इसे ठीक करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
हाल ही में कई बैंकों ने स्पेशल एफडी स्कीम्स लॉन्च की हैं ताकि वे अधिक से अधिक डिपॉजिट आकर्षित कर सकें। यहाँ कुछ प्रमुख बैंकों की योजनाओं की सूची दी जा रही है:
बैंक का नाम अवधि ब्याज दर (सामान्य) ब्याज दर (सीनियर सिटीजन)
फेडरल बैंक 400 दिन 7.35% 7.85%
777 दिन 7.40% 7.90%
50 महीने 7.40% 7.90%
आरबीएल बैंक 500 दिन 8.10% 8.60%
बैंक ऑफ महाराष्ट्र 777 दिन 7.25% 7.75%
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक 400 दिन 7.50% 8.00%
बंधन बैंक 21 महीने 8.00% 8.50%