income tax refund:आयकर रिफंड के इंतजार में लाखों करदाता, जाने आपके रिफंड में क्यों हुई देरी।
Lakhs of taxpayers waiting for income tax refund, know why your refund was delayed

income tax refund:इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के बाद बहुत बड़ी संख्या में लोगों को रिफंड नहीं मिल पा रहा है।
करदाता असमंजस की स्थिति में है कि उन्हें रिफंड कब मिलने वाला है। आयकर विभाग के अधिकारियों के द्वारा कहना है कि उनकी तरफ से कोई प्रक्रियागत वादा नहीं है।
कई प्रकार के मामलों में जांच या कर गणना में गड़बड़ी होने से देरी संभव है। बैंक खतो का गलत विवरण होने पर या अकाउंट वेरीफिकेशन में किसी प्रकार के गड़बड़ी होने पर भी रिफंड में दिक्कत हो सकती है।
सामान्य तौर पर रिफंड में एक से डेट महीने का समय लगता है। अगर किसी भी आयकर दाता के आइटीआर में गलतियां है तो विभाग उसे ईमेल या मैसेज से सूचित करता है। आयकर अधिकारियों के द्वारा यह कहना है कि रिफंड की कोई निश्चित समय सीमा तेय नहीं है। क्योंकि गलतियों के साथ कई आयकर दाता ज्यादा रिफंड की मांग कर देते हैं तो उसकी जांच की प्रक्रिया में अधिक टाइम लगता है। आयकर अधिकारियों ने यह बताया कि अगर किसी रिटर्न भरने वाले को यह लगता है कि उसने सभी जानकारी अच्छे से भरी है परंतु इसके बाद भी उसका रिफंड प्राप्त नहीं हुआ है तो आईटी आर के स्टेटस में जाकर ग्रीवास के विकल्प पर इससे जुड़े सवाल पूछ सकता है।
यहां पर आयकर दाता को सवालों के जवाब मिल जाते हैं कई बार आयकर दाता आईटीआर दाखिल करने के बाद ई वेरिफिकेशन नहीं करते हैं तो भी रिफंड में समस्या आ जाती है।
जानकारी के अनुसार बता दें कि 31 जुलाई तक दाखिल किए गए आइटीआर की कुल संख्या 7.28 करोड़ से अधिक दर्ज की गई जो 31 जुलाई 2023 तक दाखिल किए गए 6.77 करोड़ आईटी आर से 7.5 अधिक है। इस वर्ष बड़ी संख्या में करदाताओं ने नई कर व्यवस्था का विकल्प चुना था।
यहां करें जानकारीः एक्स पर @ income TaxIndia शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ईमेल orm@cpc. incometax.gov.in पर अपना पैन और अधिकृत मोबाइल नंबर के साथ अपना विवरण भेजकर जानकारी ली जा सकती है।
इन गलतियों से भी रिफंड आने में हो सकती है देरी
* बैंक खाता संख्या, आइएफएससी व माइक्रो कोड या खाताधारक का नाम गलत होने पर रिफंड में देरी हो सकती है।
* अगर बैंक खाते को ई-फाइलिंग पोर्टल पर पहले से वेरीफाई नहीं कराया गया है, तो भी रिफंड में देरी हो सकती है।
* केवाईसी पूरा नहीं हुआ है तो भी रिफंड मिलने में समस्या हो सकती है। खाते का टाइप गलत भरने पर दिक्कत हो सकती है।
बैंक खाते का गलत विवरण होने अथवा अकाउंट वेरिफिकेशन में गड़बड़ी पर भी रिफंड आने में हो सकती है देरी
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करोड़ रिटर्न दाखिल हुए थे पिछले साल 31 जुलाई तक
7.28 करोड़ आइटीआर दाखिल किए गए 31 जुलाई, 2024 तक