प्याज की कीमतें फिर छुएंगी आसमान, केंद्र सरकार ने दी पड़ोसी देशों को प्याज के निर्यात की अनुमति
भारत देश के अंदर पिछले काफी समय से प्याज की कीमतें कम ही रही हैं। इसके पीछे मुख्य कारण केंद्र सरकार द्वारा पड़ोसी देश हेतु लगाई गई प्याज के निर्यात पर पाबंदी को माना जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से केंद्र सरकार ने पड़ोसी देशों को प्याज का निर्यात करने पर पाबंदी लगा रखी थी। जिस वजह से प्याज की कीमतें काफी दिनों से स्थिर बनी हुई थी।
लेकिन अब एक बार फिर प्याज की कीमतें आसमान छूने वाली है। क्योंकि आज केंद्र सरकार ने पड़ोसी देशों को प्याज के निर्यात की मंजूरी दे दी है।
केंद्र सरकार देश में कीमतों को कम रखने हेतु ने पिछले कई महीनों से प्याज के निर्यात पर लगाई गई पाबंदी को आज हटा दिया है। केंद्र सरकार ने शनिवार को 99,500 टन प्याज के निर्यात की छह पड़ोसी देशों को अनुमति दे दी है। भारत देश के अंदर प्याज यह मुख्य तौर पर महाराष्ट्र और राजस्थान बोया जाता है।
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद एक तरफ जहां किसानों के चेहरे पर खुशी है तो वहीं दूसरी तरफ आम पब्लिक को अब प्याज की अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।
केंद्र सरकार करेगी इन देशों को प्याज का निर्यात
केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि सरकार ने यूएई, भूटान, बहरीन के साथ-साथ बांग्लादेश, मॉरीशस और श्रीलंका जैसे छह पड़ोसी देशों को कुल 99,150 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी है।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने 2,000 टन सफेद प्याज के निर्यात की अनुमति मध्य पूर्व और यूरोपीय देशों को पहले ही दे दी थी। ऐसे मे अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमतें आसमान छू सकती हैं।
सरकार ने रबी और खरीफ की प्याज की फसल का उत्पादन घटने के अनुमान के तहत दिसंबर 2023 में प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी। सरकार को डर था कि कहीं विदेश में प्याज के निर्यात की अनुमति देने के बाद देश में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी न हो जाए जिसके चलते सरकार ने प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार इस बार प्याज का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 50 टन के करीब कम होने की उम्मीद है। अगर पिछले वर्ष की बात करें तो देश के अंदर लगभग 302 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था, जो इस बार लगभग 254 लाख टन रहने की उम्मीद है।