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PMJDY: प्रधानमंत्री जन-धन योजना का नया अपडेट, महिला खातों की संख्या और जमा राशि में वृद्धि

प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) ने वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो बैंकिंग सेवाओं से वंचित थे। इस योजना के तहत अब तक 52.81 करोड़ बैंक अकाउंट खुल चुके हैं और इन अकाउंट्स में कुल जमा राशि 2,30,792 करोड़ रुपये (लगभग 2.3 लाख करोड़ रुपये) हो चुकी है।
 
PMJDY

PM Jan Dhan Yojana: प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) ने वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो बैंकिंग सेवाओं से वंचित थे। इस योजना के तहत अब तक 52.81 करोड़ बैंक अकाउंट खुल चुके हैं और इन अकाउंट्स में कुल जमा राशि 2,30,792 करोड़ रुपये (लगभग 2.3 लाख करोड़ रुपये) हो चुकी है।

पीएम जन-धन योजना 

योजना की शुरुआत: प्रधानमंत्री जन-धन योजना की शुरुआत 2014 में वित्तीय समावेशन के उद्देश्य से की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य हर परिवार को बैंकिंग सुविधा प्रदान करना और बचत को बढ़ावा देना है।

महिलाओं की भागीदारी: केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के अनुसार, महिला जनधन खातों की संख्या कुल जनधन खातों का 55.6 प्रतिशत है। महिलाओं के अकाउंट में कुल 29.37 करोड़ रुपये जमा हैं।

ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र: लगभग 35.15 करोड़ या 66.6 प्रतिशत पीएमजेडीवाई खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि योजना का बड़ा हिस्सा ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दे रहा है।

पीएम जन-धन योजना के लाभ

अकाउंट धारकों को बुनियादी बैंकिंग सेवाएं, जैसे कि सेविंग अकाउंट, चेकबुक, और डेबिट कार्ड मिलती हैं। PMJDY खाताधारकों को जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा योजनाओं का लाभ मिलता है।  योजना का उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।

प्रधानमंत्री जन-धन योजना की सफलता वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुनिश्चित करती है कि हर भारतीय के पास बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हों। यह योजना भविष्य में भी वित्तीय समावेशन के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।