पंजाब नेशनल बैंक ने महिलाओं की कर दी मौज, बैंक की इस योजना से महिलाओं को होगा लाखों रुपए का लाभ
पंजाब नेशनल बैंक ने महिलाओं की मौज कर दी है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) अपनी महिला ग्राहकों के लिए ऐसी बचत योजना लेकर आया है जिससे वह लाखों रुपए का फायदा उठा सकती हैं। पंजाब नेशनल बैंक महिलाओं हेतु यह छोटी बचत योजना पेश करने वाला देश का चौथा बैंक बन गया है।
पंजाब नेशनल बैंक द्वारा महिला सम्मान प्रमाणपत्र योजना को चलाने के पीछे मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को बचत करने और वित्तीय रूप से मजबूत बनने के लिए प्रेरित करना है। इस योजना का लाभ उठाने हेतु लड़कियां और महिलाएं डाकघरों के साथ इन बैंकों में अपना MSSC खाता खुलवा सकती हैं। आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक से पहले बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक इस योजना के तहत महिलाओं को खाता खोलने की सुविधा भी दे रहे हैं।
ऐसे उठा सकती हैं महिलाएं इस योजना का लाभ
सरकार द्वारा शुरू की गई महिला “सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना" में 31 मार्च 2025 को या उससे पहले किसी महिला द्वारा अपने लिए या किसी नाबालिग लड़की की ओर से अभिभावक द्वारा निवेश करने की सुविधा दी जा रही है। इस योजना के तहत महिलाएं अपना खाता खुलवाकर निवेश रकम पर सरकार की तरफ से 7.5% की दर से ब्याज प्राप्त कर सकती हैं। इस योजना में बैंक द्वारा महिलाओं को जरूरत पड़ने पर खाते को बंद करने की सुविधा भी दी गई है। खाते को बंद करने की स्थिति में बैंक द्वारा 40 फीसदी तक राशि निकालने की सुविधा भी मिलती है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना के तहत महिलाओं को यह होगा लाभ
सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने के पीछे महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर पूर्ण रूप से सशक्तिकरण करना है।
पंजाब नेशनल बैंक में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र स्कीम में कोई भी महिला दो साल की अवधि के लिए अपना निवेश खाता खोल सकती हैं।
इस योजान में महिला कम से कम 1,000 रुपये की राशि के साथ निवेश कर सकती है। वही बैंक द्वारा अधिकतम निवेश दो लाख रुपये तक रखा गया है। इस योजना के तहत महिलाओं को सरकार द्वारा तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज दर 7.5 प्रतिशत देने के साथ-साथ जरूरत पर खाते में जमा रकम का 40 फीसदी आंशिक निकासी के विकल्प की सुविधा भी दी जा रही है।
वहीं अगर किसी कारणवश
अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में खाते की पूर्ण रकम नॉमिनी को दी जा सकती है। आपको बता दें कि “महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना" को सरकार द्वारा 31 मार्च 2025 तक वैध किया गया है।