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सिरसा के किसान ने बनाई अनोखी पहचान, शरू किया ऐसा बिजनेस आज घर बैठे कमा रहा है लाखों, जानें 

सिरसा जिले के खेड़ी गांव के किसान रणधीर फगेड़िया अपने खेतों में अनार का बाग लगाकर प्रतिवर्ष लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं। रणधीर सिंह ने बताया कि उन्होंने आज से लगभग 5 वर्ष पहले अनार की खेती करने का प्लान बनाया था।
 
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Success Story: अक्सर हम देखते हैं कि लगभग किसान अपनी परंपरागत खेती पर ही निर्भर रहते हैं। हरियाणा प्रदेश में भी काफी ऐसे किसान हैं जो ज्यादातर गेहूं, सरसों, कपास आदि फसलों की खेती पर निर्भर रहते हैं।

लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जो परंपरागत खेती से हटकर बाग़ की खेती कर प्रतिवर्ष लाखों रुपए कमा रहे हैं। अगर हम हरियाणा की बात करें तो प्रदेश में कई ऐसे किसान है जो परंपरागत खेती को छोड़कर बाग़ की खेती से प्रतिवर्ष लाखों की कमाई करते हैं।

बाग़ की खेती करने से जमीन में उर्वरक की मात्रा तो बढ़ती ही है साथ ही साथ किसान की आमदनी भी लाखों रुपए में पहुंच जाती है। आज हम जिस किसान की बात कर रहे हैं वह हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले के खेड़ी गांव से आते हैं।

अनार का बाग लगाकर प्रतिवर्ष लाखों रुपए की आमदनी

सिरसा जिले के खेड़ी गांव के किसान रणधीर फगेड़िया अपने खेतों में अनार का बाग लगाकर प्रतिवर्ष लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं। रणधीर सिंह ने बताया कि उन्होंने आज से लगभग 5 वर्ष पहले अनार की खेती करने का प्लान बनाया था।

इसके लिए उन्होंने देश के कई राज्यों, जहां अनार की खेती होती है वहां जाकर अनार की खेती करने वाले किसानों से जानकारी प्राप्त भी की थी। अनार की खेती करने  की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के बाद उन्होंने अनार का बाग लगाने का फैसला लिया ।

इसके बाद शुरुआत में रणधीर ने लगभग 8 एकड़ में अनार का बाग लगाया। उन्होंने बताया कि आज इस बाग से मुझे प्रतिवर्ष लाखों रुपए की आमदनी हो रही है। इसके अलावा हमें अनार को बेचने हेतु कहीं मंडियों में जाने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि डीलरों से संपर्क हो गया है जो खेत में आकर अनार की गाड़ी लोड करके ले जाते हैं।

इससे हमारा ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी बच जाता है। उन्होंने बताया कि अनार की खेती हेतु हमें एक छोटे ट्रैक्टर की भी आवश्यकता पड़ती है। जो जमीन में होने वाले खरपतवार को जमीन जोत करके  नष्ट कर देता है और अनार की खेती में इस छोटे ट्रैक्टर द्वारा दवाई छिड़काव का काम भी किया जाता है।

रणधीर सिंह बताते हैं कि शुरुआत के दो वर्ष अनार की खेती पर पूरा ध्यान देना पड़ता है उसके बाद जब अनार के पौधे बड़े होते हैं और फल देने लगते हैं तो इसकी कमाई का कोई अंदाजा नहीं है। अनार की खेती ज्यादातर रेगिस्तान इलाके में कामयाब होती है। हमारा सिरसा जिला राजस्थान की सीमा से सट्टा होने के कारण रेगिस्तान एरिया में आता है। यही कारण है कि सिरसा में अनार की खेती पूर्ण रूप से कामयाब है।

सही तरीके से अनार की खेती करने के बाद भूल जाओगे सरकारी नौकरी

हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले के गांव खेड़ी निवासी किसान रणधीर सिंह बताते हैं कि सही तरीके से और पूरी मेहनत के साथ अगर आप अनार की खेती करते हैं तो सरकारी नौकरी को भी भूल जाओगे। आज के दौर में लोग सरकारी नौकरी के पीछे पागल रहते हैं लेकिन अगर आप अपने खेतों में परंपरागत खेती को छोड़कर अनार या दूसरे फलों की खेती करते हैं तो प्रतिवर्ष लाखों रुपए में आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि मैं भी हरियाणा गवर्नमेंट में रोडवेज विभाग में काफी सालों से कर्मचारी हुं। मुझे मिलने वाली प्रत्येक महीने की सैलरी से मेरे घर का खर्चा और बच्चों की पढ़ाई का खर्चा ही चलता था। लेकिन मैंने जब से अनार की खेती की है उसके बाद सैलरी के अलावा मैं सालाना लाखों रुपए अनार के बाग से कमाता हूं।

अनार के बाग में शुरुआत में मेहनत करने की जरूरत है बाद में यह खेती कुछ ही समय में आपको करोड़पति भी बन सकती है।