7% से ज्यादा ब्याज दरों की फिक्स्ड डिपॉजिट का हिस्सा हुआ दोगुना
बैंकों में पूंजी का निवेश बढ़ रहा है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इस साल मार्च अंत तक बैंकों में 7% और अधिक की दर पर ब्याज देने वाले फिक्स काश ले डिपॉजिट (एफडी) का कुल से कम हिस्सा 64.4% होकर लगभग दोगुना हो गया है। मार्च 2023में ये 33.7% था। आरबीआई के मुताबिक मार्च 2024 के अंत तक बैंकों के 58.8% एफडी की ब्याज दर 7% से 8% के बीच - थी। जबकि मार्च 2023 में इस ब्याज दर वाले एफडी 30.3% ही थे। इसी तरह 8% से ज्यादा ॥ ब्याज दर वाले टर्म डिपॉजिट 5.5% हैं जबकि मार्च 2023 में 8 ये 3.4% ही थे।
बैंकों के लिए डिपॉजिट बढ़ाना चुनौतीः बैंकों के लिए किसानों, व्यक्तिगत, परिवारों और छोटे कारोबारियों से डिपॉजिट बढ़ाना चुनौती बनता जा रहा है। केयर रेटिंग्स के अनुसार निवेश के अन्य विकल्प इक्विटी, म्यूचुअल फंड और डिबेंचर में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है।
एसबीआई 2 साल से ज्यादा और 3 साल से कम अवधि के फिक्स डिपॉजिट पर 7% ब्याज दे रहा है। देश का सबसे बड़ा स्मॉल फाइनेंस बैंक एयू 18 महीने के डिपॉजिट पर 8%, उज्जीवन 15 महीने पर 8.50% व सूर्योदय दो साल दो दिन के डिपॉजिट पर 8.65% का ब्याज दे रहा है।
2 साल से कम वाली FD पर 7% ब्याज
एसबीआई ने 1 साल से अधिक और 2 साल से कम वाली एफडी पर 20 बेसिक प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है, जिसकी वजह से इस समय अवधि में मिलने वाली ब्याज दर सामान्य नागरिकों के लिए 6.75 फीसदी से बढ़कर 7 प्रतिशत हो गई है.
2-3 साल की FD पर मिलेगा इतना ब्याज
वहीं, दो साल से अधिक और तीन साल से कम समय की एफडी पर बैंक ने ब्याज दर बढ़ाकर 6.75 फीसदी से 7 फीसदी कर दिया है. जबकि सीनियर सीटिजन को इस समय अवधि में 7.25 फीसदी से बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दिया है.