JIND NEWS:एडीसी ने समाधान शिविर में सुनी 204 फरियादियों की समस्याएं
जींद में डीसी मोहम्मद इमरान रजा के मार्गदर्शन में शुक्रवार को अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. हरीश वशिष्ठ की अध्यक्षता में स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में लगभग 204 फरियादियों ने अपनी समस्याएं समाधान करवाने के लिए रखी। एडीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान हर हाल में करवाना सुनिश्चित करें।
शुक्रवार को आयोजित समाधान शिविर में परिवार पहचान पत्र में अपनी आय कम करवाने के लिए पंहुचे लोगों से अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि आवेदन पत्र के साथ स्वयं का एक शपथ पत्र और अपने मकान के साथ सामने का फोटो जरूर लगाएं। इसके बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा मौका निरीक्षण कर कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
आमदनी की वेरीफिकेशन के बाद परिवार पहचान पत्र में आय को तुरंत प्रभाव से दुरूस्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर आवेदन पर पूरी गंभीरता के साथ कार्रवाई कर रहा है। एडीसी ने संबंधित अधिकारियों को लोगों की समस्याओं को गौर से सुना और हर संभव समाधान करने के निर्देश दिए।
गांव किशनपुरा निवासी सुनीता ने एडीसी को बताया कि उनके पति पिछले 5 साल लकवे जैसी बीमारी से पीड़ित हैं, उनके तीन बच्चे हैं और कमाई का कोई साधन नहीं है। उन्होंने एडीसी से उनका गुलाबी कार्ड बनवाने और पति की दिव्यांग पेंशन बनवाने की मांग की। इसी प्रकार से फुलपति ने विधवा पेंशन बनवाने की मांग की।
भिवानी रोड निवासी सत्यवान ने एडीसी को बताया कि उनके घर बिजली का मीटर नहीं लगाया जा रहा है और मीटर के लिए चार या पांच पोल के लिए उनसे रुपए मांगे जा रहे हैं, जो कि गरीब आदमी होने के चलते उनके पास देने के लिए नही हैं। ऐसे में उनके घर बिजली का मीटर लगवाया जाए। विक्की ने एडीसी को बताया की उन्होंने श्रम विभाग का कार्ड बनवाना है, लेकिन फैमिली आईडी में सीएससी सेंटर पर कंसट्रकशन वर्क दर्ज नही किया जा रहा है। एडीसी ने तुरंत प्रभाव से फरियादियों की समस्या दूर करने के निर्देश दिए। जींद शहर निवासी मुकेश कुमार ने शिकायत करते हुए बताया कि सेक्टर 11 में स्थित पार्क की दीवार कुछ समय से टूटी होने के कारण आवारा पशु पार्क में घुस कर बैठ जाते है जिसके कारण पार्क की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है।
इसी प्रकार जींद शहर निवासी रमेश कुमार अपना विकलांगता प्रमाणपत्र बनवाने आए। इनका कहना था कि इनकी फैमिली आईडी में आय ज्यादा होने के कारण पीले राशन कार्ड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने तुरंत सम्बंधित अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।