डीएवी स्कूल जींद में उद्यमिता दिवस पर अटल साइंस प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
युवाओं को नौकरी करने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनना चाहिए। हरियाणा तकनीकी शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. राजेश गोयल ने यह उद्गार डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित अटल साइंस प्रदर्शनी में कहे।वे यहां युवा उद्यमिता दिवस पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि डीएवी स्कूल ने जींद क्षेत्र में शिक्षा के प्रसारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्कूल के विद्यार्थियों ने प्रत्येक क्षेत्र में ऊंचे पद प्राप्त किए हैं परंतु आज स्कूल के बच्चों को अपने रोजगार शुरू करने की शिक्षा भी देनी चाहिए। हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ.धर्मदेव विद्यार्थी ने डॉ. राजेश गोयल का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार की नीति के अनुसार डीएवी स्कूलों में तकनीकी शिक्षा स्किल एजुकेशन प्रारंभ की गई है।
वास्तव में यह स्वावलंबन की ओर एक कदम है, बच्चा पढ़ाई के साथ-साथ कोई ना कोई तकनीक भी सीखेगा। जिसके सीखने से वह आत्मनिर्भर बन सकेगा, डीएवी स्कूल जींद इस दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि डीएवी स्कूल जींद देश का ऐसा विद्यालय है जिसने दोनों हाथों की कला से लिखने की कक्षा का प्रारंभ किया है। बच्चे एक ही समय में दो भाषाओं में दोनों हाथ से लिखाई कर सकते हैं ।
ऐसा करने वाला यह हरियाणा का प्रथम विद्यालय है। उन्होंने हाल ही में डीएवी स्कूल के पूर्व छात्र सचिव द्वारा यूपीएससी की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उसे छात्रों का प्रेरणा स्रोत बताया, जिसने ई पी एफ की परीक्षा में भारत भर में पहला स्थान प्राप्त कर हरियाणा का गौरव बढ़ाया है।
उन्होंने युजवेंद्र चहल को जींद का गौरव बताया जिसने भारत को क्रिकेट में वर्ल्ड कप लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।उन्होंने घोषणा की कि स्कूल के द्वारा युजवेंद्र चहल सहित अन्य क्रिकेट के खिलाड़ियों का डीएवी संस्थान सार्वजनिक अभिनंदन करेगी।
महर्षि विद्या मंदिर ,महाराजा अग्रसेन, मोतीलाल पब्लिक स्कूल, एसडी नरवाना सहित विभिन्न स्कूलों के लगभग 700 विद्यार्थियों ने लिया भाग
डीएवी प्राचार्या श्रीमती रश्मि विद्यार्थी ने बताया कि डीएवी स्कूल में हुई प्रदर्शनी में जिले भर के हब आफ लर्निंग में डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर ,महाराजा अग्रसेन, मोतीलाल पब्लिक स्कूल, एसडी नरवाना स्कूलों के लगभग 700 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
यह प्रदर्शनी विद्यालय में नीति आयोग भारत सरकार द्वारा स्थापित की गई अटल लैब के तत्वावधान में की गई। जिसमें कई विद्यालयों के 200 से ज्यादा टीमों ने वर्किंग और इनोवेटिव मॉडल प्रदर्शित किए। 300 से अधिक विद्यार्थियों ने इन्नोवेटिव क्रिएटिव प्रोजेक्ट और प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई। लगभग 100 विद्यार्थियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित खिलौने और 100 से अधिक विद्यार्थियों ने आर्ट एंड क्राफ्ट पर आधारित सामान बनाकर प्रदर्शित किया।
जिसमें वे भी स्कूल भाग लेंगे जिन स्कूलों में भारत सरकार द्वारा अटल लैब की स्थापना की गई है। इस प्रदर्शनी को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ा गया है।स्कूलों में अटल लैब की स्थापना बच्चों को नवाचार में प्रशिक्षित करने के लिए सक्षम रही है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे अध्यापकों में नवाचार तथा बच्चों में पढ़ते-पढ़ते कमाने की प्रवृत्ति का जन्म होगा जो बच्चों को आत्मनिर्भरता की और ले जाएगा।
उन्होंने बताया कि कक्षा तीसरी से 12वीं तक के लगभग बच्चों ने उत्साह के साथ मिलकर अपना हुनर मॉडल, प्रोजेक्ट ,आर्ट एंड क्राफ्ट, टवाय मेकिंग , डायरी राइटिंग में दिखाया। प्रदर्शनी परिणाम के बारे में श्रीमती विद्यार्थी ने बताया कि टवाय मेकिंग में प्रथम स्थान कक्षा सातवीं के युवराज व नमन ने तथा मंडाला आर्ट में प्रथम स्थान हिमाद्री रही। मॉडल में प्रथम स्थान पर कक्षा एलकेजी के रुद्रांश , कक्षा यूकेजी की राध्या ,कक्षा पहली की दिव्या जैन, कक्षा दूसरी की जोशविन, कक्षा तीसरी से हार्दिक गिल, कक्षा चौथी से निकेश ,कक्षा पांचवी से भव्यदीप ,कक्षा छठी की वंशिका, कक्षा सातवीं के तनवीर व विवान ,कक्षा आठवीं से श्याम व अक्षित, कक्षा नौवीं से योगेश व अक्षित, कक्षा दसवीं से रेयांश रहे। वहीं प्रोजेक्ट वर्क में प्रथम स्थान पर कक्षा दसवीं से वंशिका , कक्षा ग्यारहवीं से दीपांशी तथा कक्षा 12वीं से धान्या रही।
प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी बच्चों को मेडल पहनकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बच्चों द्वारा मिलकर तैयार किए गए उनके मॉडल ,प्रोजेक्ट व अन्य सामान को देखकर सभी बच्चों में उत्साह बढ़ा तथा वे और अधिक अच्छा करने के लिए प्रेरित हुए। इस अवसर पर सभी सुपरवाइजर श्री विजयपाल, श्री जसवीर,श्री प्रवीण कंसल श्रीमती मंजू परुथी व विद्यालय के सभी अध्यापक -अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।