अत्री चैरिटेबल फाउंडेशन ने जरुरतमंदों के लिए शुरु की निशुल्क भोजनालय की शुरुआत
जींद में अत्री चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा संचालित श्री गुरदयाल गौशाला में शुक्रवार को बाबा जी की रसोई के नाम से जरूरतमंद लोगों के लिए निशुल्क भोजनालय की शुरूआत की गई। भंडारे से पहले हवन के द्वारा मंत्र उच्चारण से बाबा जी की रसोई का शुभारंभ किया गया तथा गौशाला में काम करने वाले मजदूरों को पैसे और कपड़े वितरित किए गए।
रामेश्वर दत्त अत्री द्वारा स्थापित श्री गुरदयाल गौशाला 30 वर्षों से व्यक्तिगत रूप से गायों की सेवा कर रही है, जिसमें 300 गायों की सेवा की जाती है। 12 जुलाई को संस्था के डायरेक्टर शरत कुमार अत्री के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जरूरतमंद और असहाय लोगों के लिए निशुल्क भोजनालय की शुरूआत करके भंडारे द्वारा इसकी नींव रखी गई।
इसमें लोगों को भरपेट भोजन कराया गया और अन्न के महत्व को समझाया गया। शरद कुमार अत्री ने बताया के पैसे को होटल आदि जाने में व्यर्थ में खर्च न करके यदि हम किसी शुभ अवसर पर भूखे लोगों को या जरूरतमंद लोगों को भोजन कराते हैं तो उसका पुण्य प्राप्त होता है। दूसरा विवाह समारोह आदि में जब हम प्लेट में भोजन लेकर उसको झूठा छोड़कर डस्टबिन में डालते हैं तो कहीं पर एक बच्चा रोटी के टुकड़े के लिए तरस कर भूखा सो जाता है।
अत्री चैरिटेबल फाउंडेशन का प्रयास है कि कोई भी बच्चा, बड़ा या जरूरतमंद व्यक्ति खाली पेट अथवा भूखे पेट न रहे सभी को भोजन मिले। गौशाला में काम करने वाले 20 कर्मचारियों को प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था गौशाला में ही की जाएगी। इसके साथ ही गांव में फेरी लगाने वाले या बाहर से आए हुए जो गर्मी के दिनों में मजबूरीवश दुकान से सामान खरीद कर खाना पड़ता है उन सभी के लिए भोजन की व्यवस्था गौशाला में ही रहेगी।
भंडारे के बाद गौशाला के कार्यकारिणी द्वारा मीटिंग में निर्णय लिया गया कि हम सभी अपने घर में किसी के विवाह जन्म दिन आदि के उपलक्ष्य में केक आदि न काटकर और पैसे को व्यर्थ खर्च न करके गौशाला में जरूरतमंद लोगों को भोजन करने में उनका दान करेंगे। इस अवसर पर अत्री चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्यालय का स्टाफ, बच्चे, प्रिंसिपल, गौशाला के कार्यकारिणी सभा के सभी मेंबर मौजूद रहे।