Jind News: जींद में डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में दिए एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां
Jind News: डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल जींद में तिरंगा फहरा कर 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कक्षा पहली व दूसरी के बच्चों का क्लास शो भी करवाया गया। कक्षा एलकेजी, यूकेजी व पहले कक्षा के बच्चों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई तथा पौधा रोपण भी करवाया गया।
मुख्य अतिथि निदेशक हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी एवं डीएवी क्षेत्रीय निदेशक महोदय डॉ.धर्मदेव विद्यार्थी द्वारा ध्वजारोहण किया गया तथा सबने मिलकर राष्ट्रीय गान गाया। अतिथि के रूप में पंडित रामनिवास भजनोपदेशक ने देश भक्ति गीतों द्वारा माहौल को देश भक्ति से ओत-प्रोत कर दिया।
उनके गीतों पर सभी श्रोतागण झूम उठे और साथ में ही गाने लगे तथा वातावरण तालियों से गूंज उठा। पंडित रामनिवास ने मेरी मां शेरावाली है, मेरी मां वीरोंवाली है ,जिनके शेरों की दुनिया में शान निराली है तथा तैयार खड़ा री मां तेरा बेटा बलिदान के लिए ,मरना -जीना सब कुछ हिन्दूस्तान के लिए आदि देशभक्ति गीतों द्वारा वातावरण खुशनुमा बना दिया।
डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी तथा देशभक्त वीरों का गुणगान किया। वहीं अंग्रेजों की कूटनीति के बारे में भी बताया जिन्होंने देश के हिंदू- मुस्लिम ,हिंदुस्तान- पाकिस्तान रूपी दो टुकड़े कर दिए। उन्होंने बताया कि हम उस समय के जीवित लोगों से मिलकर वे बातें जान रहे है जिन्हें बताते हुए वे रो पड़ते हैं तथा सुनकर हम कांप जाते हैं।
देश बंटवारे के समय वहां से आए हुए लोग बता रहे हैं कि उन्होंने कितनी यातनाएं झेली है, कितने दिन वे भूखे रहे यहां तक पानी भी हमें नहीं मिलता था। पानी के कुओं में जहर डाल दिया गया था।कितने सारे लोग मारे गए, कितनो के परिवार बिछड़ गए तथा अपने ही परिवार की महिलाओं को कैसे उन्होंने अपने हाथों से जहर देकर व गला काटकर मार दिया ताकि उनके साथ कुछ भी गलत ना हो पाए।
डॉ विद्यार्थी ने कहा कि हमारा देश सबसे पुराना पुरातन देश है। हमें हमेशा वसुधैव कुटुंबकम् और सर्वे भवंतु सुखिनः का अमल करना चाहिए। डीएवी प्राचार्या श्रीमती रश्मि विद्यार्थी ने स्वतंत्रता दिवस पर ' ये बातें ऐसे लोगों की जिनकी गाथा थी विकराल ' कविता सुनाई तथा सभी जींद वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।
डॉ.मृत्युंजय जो इसी स्कूल में पढ़े हुए है अपने स्कूल के दिनों को याद कर हुए भावविभोर
अतिथि डॉ.मृत्युंजय जो इसी स्कूल में पढ़े हुए है अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए भावविभोर हो गए। उन्होंने कहा पढ़ाई हम कहीं से भी कर सकते हैं लेकिन डीएवी वह चीज हमें देता है जो कोई विद्यालय नहीं देता वह है संस्कार। वही संस्कार जो हमें समाज में आगे बढ़ने में सहायता करते हैं व अपने परिवार के साथ मिलकर रहना सीखाते हैं, हमें सफल बनाते हैं ।
डीएवी स्कूल में हम हवन करते थे जो मुझे आज भी मंत्रों सहित याद है। यहां से मुझे वह शिक्षा और कॉन्फिडेंस मिला जिस कारण आज मैं एक सफल डॉक्टर हूं। सुमेधा जो इसी विद्यालय की छात्रा रही है जो 35 देशों का भ्रमण कर चुकी है तथा अलग-अलग कंपनी में डायरेक्टर पद पर काम कर रही है तथा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका में एडमिशन हुआ है।
दुर्गेश इनकम टैक्स ऑफिसर है तथा लेफ्टिनेंट गौरव साहू नेवी में काम किया और अब हिमाचल के सभी बैंकों का सिक्योरिटी इंचार्ज है। जो इसी विद्यालय में पढ़ कर गए हैं ।स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए लगभग 200 नन्हें -मुन्ने बच्चों ने क्लास शो में भाग लिया।कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत वेलकम ऑन द स्टेज के नृत्य से हुई।सभी बच्चों ने हर्षोल्लास व देशभक्ति से ओत-प्रोत गानों की धुन पर नृत्य किया।
द्वितीय श्रेणी के बच्चों ने वेलकम ऑन द स्टेज गाने पर किया नृत्य
जहां एक तरफ़ कक्षा प्रथम के बच्चे तलवारों पर सर वार दिए, दुनियां के हर एक झंडे पे भारत का झंडा भारी है और ये धरती अपनी है ये आसमां हमारा सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा गानों की धुन पर थिरके, वहीं दूसरी ओर द्वितीय श्रेणी के बच्चों ने वेलकम ऑन द स्टेज, कंधो से मिलते हैं कंधे और मेरे भारत का बच्चा बच्चा जय जय श्री राम बोलेगा के गाने पर ठुमके लगाए।
छोटे छोटे बच्चों किआरा,राघव,सोनिया, हरलीन, यामी, भव्या, अर्जुन, नविका और रिधिमा ने एंकरिंग भी की। सभी बच्चे अपने अभिभावकों के सामने प्रस्तुतियां देकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। अभिभावक भी अपने बच्चों की प्रस्तुति देखकर भाव विभोर हो रहे थे।सभी बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए उन्हें चॉकलेट्स दी गई।
श्रीमती रश्मि विद्यार्थी ने इस तरह के कार्यक्रमों को बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए अनिवार्य बताया । डॉ.धर्मदेव विद्यार्थी एवं प्राचार्या श्रीमती विद्यार्थी ने सभी बच्चों को प्रोत्साहित किया तथा सभी अभिभावकगण को बधाई दी।