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कानपुर से कबरई नेशनल हाईवे का फोरलेन निर्माण ! 3,700 करोड़ रुपये की परियोजना से बदलेगी क्षेत्र की तस्वीर

उत्तर प्रदेश में कानपुर से कबरई तक के नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए एनएचएआई (NHAI) ने नई तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह परियोजना लगभग 3,700 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और सुरक्षा में सुधार होगा। इस परियोजना के तहत दर्जनों गांवों को बेहतर सड़क सुविधाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
 
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UP News: उत्तर प्रदेश में कानपुर से कबरई तक के नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए एनएचएआई (NHAI) ने नई तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह परियोजना लगभग 3,700 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और सुरक्षा में सुधार होगा। इस परियोजना के तहत दर्जनों गांवों को बेहतर सड़क सुविधाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, और महोबा जिलों के 68 गांवों में सर्वेक्षण का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है। एनएचएआई की टीम ने स्थलीय निरीक्षण भी किया है, जिससे परियोजना के कार्यान्वयन में कोई बाधा न आए।

कानपुर से कबरई तक के क्षेत्रों में यातायात सुगम हो जाएगा। दर्जनों गांवों के निवासियों को सुरक्षित सड़क सुविधाएं मिलेंगी।  क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।परियोजना के अंतर्गत यमुना और बेतवा नदी में नए पुलों का निर्माण भी शामिल है। सेतु निगम के अभियंता पंकज कुमार के अनुसार, इन पुलों के निर्माण में बड़ी लागत आएगी। हमीरपुर शहर के सिटी फारेस्ट के पास बन रहे इन फोरलेन पुलों को नए हाईवे में प्रयोग में लाया जाएगा।

एनएचएआई के राज्य परियोजना निदेशक अमन रुहेला के निर्देश पर इंजीनियरों की एक टीम ने हमीरपुर में सेतु निगम और लोनिवि प्रांतीय खंड के अभियंताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में यमुना और बेतवा नदियों में बनाए जा रहे बाईपास फोरलेन पुलों का निरीक्षण किया गया और आवश्यक जानकारी जुटाई गई।

कानपुर से कबरई नेशनल हाईवे का फोरलेन निर्माण इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना न केवल क्षेत्र की कनेक्टिविटी और सुरक्षा में सुधार करेगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। इस परियोजना की सफलता उत्तर प्रदेश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जिससे क्षेत्र के निवासियों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।