हरियाणा प्रदेश में 9000 करोड़ की लागत से बना देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे, प्रधानमंत्री करेंगे 11 मार्च को उद्घाटन
indiah1, Haryana news: हरियाणा प्रदेश मे सरकार ने 9000 करोड़ रुपए की लागत से 8 लाइन का 34 मीटर चौड़ा देश का पहला ऐसा एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाया है जो एक पिलर पर खड़ा है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 30 किलोमीटर के लगभग है। लेकिन इसमें सरकार ने 9 किलोमीटर तक एक पिलर पर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे भी बनाया है। भारत के अंदर यह पहला अवसर है जब सरकार ने देश में ऐसा एलिवेटेड एक्सप्रेसवे तैयार किया है।
जिस एक्सप्रेस वे के उद्घाटन हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को हरियाणा के गुरुग्राम में पहुंच रहे हैं। यह एक्सप्रेस वे हरियाणा के पटौदी रोड से शुरू होकर फरुखनगर में बसई के पास तक चलेगा। इसके अलावा यह रोड दिल्ली रेवाड़ी रेल लाइन को गुरुग्राम के सेक्टर 88 के पास क्रॉस करेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे बनाने में सरकार के लगभग 9000 करोड रुपए के आसपास खर्च होंगे। यह एक्सप्रेसवे देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे है, जो एक पिलर पर 8 लाइन का बन रहा है। आपको बता दें कि इसमें 9 किलोमीटर तक 8 लाइन का 34 मिटर चौड़ा सिंगल एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बन रहा है, जो देश का अपने आप में पहला एलीवेटेड एक्सप्रेसवे होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं एक महीने के अंदर हरियाणा प्रदेश का दूसरा दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा प्रदेश के अंदर 1 महीने से कम समय में यह दूसरा दौरा कर रहे हैं। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री इससे पहले 18 फरवरी को गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में एम्स हॉस्पिटल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। 1 महीने से कम समय के अंदर प्रधानमंत्री का हरियाणा प्रदेश में यह दूसरा दौरा होगा।
भाजपा नेता राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि यह गुरुग्राम निवासियों के लिए एक बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पार्टी हरियाणा प्रदेश के लोगों को विकास की मुख्य धारा में जोड़ने में विश्वास रखते हैं। राव इंद्रजीत सिंह ने सरकार के इस कदम की तारीफ करते हुए कहा कि इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से गुरुग्राम के साथ-साथ अन्य क्षेत्र के लोगों को भी फायदा पहुंचेगा।
उन्होंने बताया कि द्वारका एक्सप्रेस वे का काम चार खंडों में प्रगति पर चल रहा है। जिसमें महिपालपुर से बिजनवास, बिजनवासपुर से दिल्ली-हरियाणा सीमा तक, दिल्ली हरियाणा सीमा से बसई आरओबी तक और बसई आरओबी से खेड़की दौला तक चल रहा है। इन चारों की लंबाई लगभग 30 किलोमीटर के आसपास है जिसमें सरकार 9000 करोड़ रुपए खर्च कर इसे तैयार कर रही है।