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Delhi-Katra Expressway: जल्द ही होगा दिल्ली से कटरा का सफर सुहाना ! 550 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे हो रहा तैयार 

दिल्ली और जम्मू के कटरा के बीच बन रहा दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए एक बेहतरीन सुविधा साबित होगा। इस 4-लेन के एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 550 किलोमीटर है और इसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा दो चरणों में बनाया जा रहा है।
 
Delhi-Katra Expressway

Delhi-Katra Expressway: दिल्ली और जम्मू के कटरा के बीच बन रहा दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए एक बेहतरीन सुविधा साबित होगा। इस 4-लेन के एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 550 किलोमीटर है और इसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा दो चरणों में बनाया जा रहा है।

चरण 1: दिल्ली से गुरदासपुर

दिल्ली से कटरा के इस एक्सप्रेसवे का पहला चरण दिल्ली से पंजाब के गुरदासपुर तक फैला हुआ है, जिसकी लंबाई लगभग 398 किलोमीटर है। यह हिस्सा पूरी तरह से ग्रीनफील्ड परियोजना के तहत बनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के साथ-साथ यातायात को भी सुगम बनाना है।

चरण 2: गुरदासपुर से कटरा

दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे का दूसरा चरण पंजाब में गुरदासपुर से जम्मू के कटरा तक फैला हुआ है, जिसकी लंबाई लगभग 148 किलोमीटर है। इस चरण में ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड का मिश्रण होगा, जिससे इस हिस्से में सड़क की गुणवत्ता और स्थायित्व बढ़ेगा। इसके अलावा, नाकोदर के पास से अमृतसर के लिए एक अलग 99 किलोमीटर का हिस्सा भी बनाया जा रहा है।

एक्सप्रेसवे निर्माण के पैकेज

दिल्ली से कटरा के बीच बन रहे इस एक्सप्रेसवे के सिविल वर्क को 18 अलग-अलग पैकेजों में बांटा गया है, ताकि निर्माण कार्य तेजी से और गुणवत्ता के साथ पूरा हो सके। हर पैकेज को अलग-अलग बिल्डरों को सौंपा गया है, जो अपने-अपने हिस्से पर काम कर रहे हैं।

पंजाब में एक्सप्रेसवे का काम

पंजाब में पैकेज 6 लगभग पूरा हो चुका है, जिसमें 30.9 किलोमीटर का हिस्सा शामिल है। इस हिस्से में एक्सप्रेसवे पर CCTV तक लगाए जा चुके हैं, जिससे सुरक्षा और निगरानी बेहतर हो सके। वहीं, पैकेज 5 पर काम अभी भी जारी है, जहां इंटरचेंज और रोड लेयिंग का काम तेज़ी से हो रहा है।

दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे देश के उत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो दिल्ली से जम्मू के कटरा तक की यात्रा को सरल और तेज़ बनाएगा। इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद यात्रियों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।