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जुलाना के वार्ड 9 व 10 में पेयजल सप्लाई में आ रहा है सीवरेज का गंदा पानी,वार्ड के लोगों ने जताया रोष

जुलाना के वार्ड 9 व 10 में पेयजल सप्लाई में आ रहा है सीवरेज का गंदा पानी,वार्ड के लोगों ने जताया रोष
 
jind news

जुलाना कस्बे के वार्ड 9 व 10 में पेयजल सप्लाई में सीवरेज का गंदा पानी आ रहा है। कई बार इसकी शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग को दी गई लेकिन कोई भी समाधान नही हो पाया। वार्ड के लोगों में प्रशासन के प्रति रोष बना हुआ है। वार्ड 9 व 10 निवासी राजेंद्र, महाबीर, सतीश, राजबीर महेंद्र आदि ने बताया कि वार्ड में कई दिनों से पेयजल सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है। जो पानी विभाग द्वारा सप्लाई किया जा रहा है वो किसी भी लिहाज से पीने लायक नही होता। गंदे पानी से वार्ड के लोगों में बीमारियां फैल रही हैं लेकिन विभाग द्वारा कोई भी समाधान नही किया जा रहा है। वार्ड के लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द समाधान किया जाए ताकि उन्हें परेशानियों से निजात मिल सके।
जनस्वास्थ्य विभाग जुलाना के एसडीओ नरेंद्र लाठर ने कहा कि 
अभी तक कोई शिकायत नही आई है। अगर पेयजल में गंदा पानी आ रहा है तो लीकेज को चैक किया जाएगा और मौके पर कर्मचारियों को भेजकर ठीक करवाया जाएगा।

जुलाना के राजकीय कालेज का नाम बदलकर किया शहीद मेजर संजीव लाठर कालेज

 
जुलाना में कस्बे के राजकीय कालेज का नाम बदलकर बुढ़ा खेड़ा गांव निवासी शहीद मेजर संजीव लाठर के नाम कर दिया गया है। शहीद के नाम कालेज का नाम रखने से क्षेत्र में खुशी का माहौल बना हुआ है। प्रदेश सरकार ने शहीद मेजर संजीव लाठर के नाम से कालेज का नाम रखने के लिए विभाग को एक पत्र भेजा है जिसमें आदेश जारी किए गए हैं कि तुरंत प्रभाव से कालेज का नाम शहीद मेजर संजीव लाठर के नाम रखा जाए। शहीद मेजर संजीव लाठर 30 नवंबर 2016 को सुकमा में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हो गए थे। प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनके नाम से शिक्षण संस्थान का नाम रखने की घोषणा की थी। शहीद मेजर संजीव लाठर की पत्नी शालिनी लाठर जुलाना तहसील में तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। सरकार का यह निर्णय उस धरती के बहादुर बेटे मेजर संजीव लाठर की वीरतापूर्ण सेवा और सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करता है, जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी। कॉलेज का नाम बदलने का उद्देश्य उनकी असाधारण बहादुरी और समर्पण को श्रद्धांजलि है और इसका उद्देश्य छात्रों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करना है। कॉलेज प्रशासन को इस बदलाव को सभी आधिकारिक रिकॉर्ड, साइनेज और पत्राचार में तुरंत लागू करने का निर्देश दिया गया है। इस महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए एक औपचारिक समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसका विवरण शीघ्र ही घोषित किया जाएगा।