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Expressway: इतने जिलों के किसानों पर बरसेगा पैसा ! यहाँ से गुजरेगा 8 लेन का नया एक्सप्रेसवे 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत के सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक बनने जा रहा है। इसकी सीधी कनेक्टिविटी और समय की बचत की सुविधा से न केवल यात्रियों को अत्यधिक लाभ होगा, बल्कि यह परियोजना व्यापार और पर्यटन को भी नए आयाम तक पहुँचाने में सहायक होगी। आइए, जानते हैं इस परियोजना की प्रगति और इसके फायदों के बारे में विस्तार से।
 
 
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Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत के सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक बनने जा रहा है। इसकी सीधी कनेक्टिविटी और समय की बचत की सुविधा से न केवल यात्रियों को अत्यधिक लाभ होगा, बल्कि यह परियोजना व्यापार और पर्यटन को भी नए आयाम तक पहुँचाने में सहायक होगी। आइए, जानते हैं इस परियोजना की प्रगति और इसके फायदों के बारे में विस्तार से।
 
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में संसद में जानकारी दी कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना का 82% कार्य पूरा हो चुका है। बाकी के 18% कार्य को अक्टूबर 2025 तक पूरा करने की योजना है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के महारानी बाग से शुरू होकर महाराष्ट्र के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) तक जाएगा, जो देश के विभिन्न राज्यों और महत्वपूर्ण शहरों को आपस में जोड़ेगा।
 
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण आठ लेन के साथ हो रहा है, जिसे भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाने की योजना है। इससे यातायात की क्षमता में वृद्धि होगी और मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी। इसके साथ ही, इस एक्सप्रेसवे की खासियतों में शामिल हैं:

समय की बचत: दोनों महानगरों के बीच यात्रा समय में महत्वपूर्ण कमी आएगी। मौजूदा समय में लगभग 24 घंटे का सफर इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से सिर्फ 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
 
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण से व्यापार और पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। यह मार्ग औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों को गति देगा, जिससे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। इसके साथ ही, यह एक्सप्रेसवे उन क्षेत्रों के लिए एक लाइफलाइन साबित होगा, जो अब तक राष्ट्रीय विकास की धारा से कुछ हद तक दूर रहे हैं।
 
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे न केवल दो महानगरों के बीच की दूरी को कम करेगा, बल्कि यह देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। यह एक्सप्रेसवे भारत की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।