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जयपुर में नकली नोटों का गिरोह गिरफ्तार ! 85 लाख रुपये के जाली नोट बरामद

जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में नकली नोट छापने के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बगरू थाना पुलिस ने इस मामले में बाप-बेटे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 85 लाख 94 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। यह गिरोह रंगीन प्रिंटर का उपयोग कर 500 रुपये के नकली नोट छाप रहा था।
 
Jaipur Fake Currency

Jaipur News: जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में नकली नोट छापने के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बगरू थाना पुलिस ने इस मामले में बाप-बेटे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 85 लाख 94 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। यह गिरोह रंगीन प्रिंटर का उपयोग कर 500 रुपये के नकली नोट छाप रहा था।

नकली नोटों का जालसाज गिरोह

पुलिस के अनुसार, झोटवाड़ा स्थित नंदपुरी कॉलोनी में रहने वाले सुरेंद्र सिंह, उसका बेटा शिवम सिंह और जगन्नाथ पुरी निवासी प्रेमचंद सैनी को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने ग्रामीण इलाकों में नकली नोटों का उपयोग करके भेड़-बकरियों की खरीदारी की थी।

गिरोह की कारगुजारियां

गिरफ्तार आरोपियों ने 14 अगस्त को विश्वकर्मा में माल पहुंचाने के बहाने से एक ट्रक किराए पर लिया और ट्रक चालक को धोखा देकर भाग गए। इसके बाद, बेगस गांव में जाकर 82 बकरियों की खरीदारी नकली नोटों से की। जब वे गांव से निकलने लगे, तो ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचित किया।

पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई

पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली और 9 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए। पुलिस ने सुरेंद्र सिंह, शिवम सिंह, और प्रेमचंद सैनी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद, पुलिस ने नकली नोटों के संबंध में आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लिया।झोटवाड़ा स्थित सुरेंद्र के घर की तलाशी में 85 लाख रुपये के जाली नोट और उन्हें बनाने के उपकरण मिले।

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार के अनुसार, आरोपियों ने नकली नोटों को असली नोटों के साथ मिलाकर गड्डी बनाई और ग्रामीणों को धोखा देने का प्रयास किया। हालांकि, यह पहली बार था जब वे बगरू क्षेत्र में नकली नोटों का उपयोग करके वारदात कर रहे थे।

जयपुर में नकली नोटों का यह मामला बहुत गंभीर है, और पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ तीन प्रकरण दर्ज किए हैं। यह घटना बताती है कि नकली नोटों का गिरोह किस हद तक जा सकता है, और इसका समाज पर कितना बुरा असर पड़ सकता है। पुलिस की तत्परता और सावधानी से इस गिरोह का पर्दाफाश संभव हो पाया।