India H1

Farmers Protest: शंभु बॉर्डर पर किसान बना रहे पक्का मंच, अभी तक 1550 ट्रेनें हुई रद्द, इतनों के रूट किए डाइवर्ट 

रेलवे के साथ-साथ यात्री भी हो रहे परेशान 
 
shambhu border ,haryana ,punjab , kisan andolan ,farmers protest ,trains ,trains cancelled , trains diverted , trains affected ,shambhu border ,indian railways , kisan andolan today live news ,किसान आंदोलन आज ,आज किसान आंदोलन ,किसान आंदोलन की खबरें ,farmers protest today live  ,farmers protest live ,live news Today ,haryana news ,punjab news today , today trains affected list ,today trains cancelled list ,punjab trains cancelled list ,helpline number ,haryana trains cancelled list ,punjab trains diverted list ,trains diverted list In haryana ,हिंदी न्यूज़,

Kisan Andolan: पंजाब में शंभू रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों की वजह से रेलवे को तो आर्थिक नुक्सान हो ही रहा है इसके साथ-साथ यात्री भी परेशान हो रहे हैं। किसानों के आंदोलन को शुरू हुए 24 दिन हो चुके हैं। इससे रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

17 अप्रैल से शुरू हुए किसान आंदोलन के कारण अब तक 3877 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। रेलवे ने 1550 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, 1546 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों और 479 मालगाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया है। अभी तक 202 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द करके दोबारा संचालित किया जा रहा है।

शंभू रेलवे स्टेशनों पर बैठे किसानों के कारण रेलवे ने अगले तीन दिनों के लिए  यानि कि 11 से 13 मई तक 200 ट्रेनों की सूची जारी की है। 101 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है और 67 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

नवीन कुमार, वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक, अंबाला प्रभाग ने बताया कि, किसान आंदोलन के कारण अब तक 3877 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। रेलवे ने अगले तीन दिनों यानी 13 मई तक के लिए 200 ट्रेनों की सूची जारी की है। यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर 139 पर जानकारी मिलने के बाद ही स्टेशन पर आना चाहिए ताकि उनकी समस्याओं को कुछ हद तक कम किया जा सके।

पंजाब-हरियाणा सीमा पर किसानों का आंदोलन 87वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक तरफ किसान बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ 23 दिनों से रेलवे पटरियों पर बैठे हैं। शंभू सीमा पर किसानों ने आंदोलन को मजबूत करने के लिए एक ठोस मंच स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी है। फ्लाईओवर पर जे. सी. बी. मशीनों के माध्यम से गड्ढे खोदे जा रहे हैं और सामान भी आने लगा है। यह शेड बहुत बड़ा होगा। इसके तहत हजारों किसान धूप और बारिश में भी अपना आंदोलन जारी रख सकेंगे।