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सभी एक्स्प्रेसवे का बाप ! इतने सारे राज्यों में बढ़ाएगा कनेक्टिविटी, देखें रूट मेप 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जो भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, तेजी से निर्माणाधीन है। यह परियोजना देश के परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने वाली है।
 
Delhi-Mumbai Expressway

Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जो भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, तेजी से निर्माणाधीन है। यह परियोजना देश के परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने वाली है।

दिल्ली से मुंबई तक की दूरी को कम करने और यात्रा के समय को आधा करने के उद्देश्य से यह एक्सप्रेसवे 1,386 किलोमीटर लंबा होगा। इसके मुख्य खंडों का निर्माण निम्नलिखित समय-सीमा के भीतर पूरा होगा:

दिल्ली-वडोदरा खंड: मार्च 2025 तक 845 किलोमीटर।
वडोदरा-मुंबई खंड: अक्टूबर 2025 तक 450 किलोमीटर।

इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली से मुंबई तक की दूरी 130 किलोमीटर कम हो जाएगी, और यात्रा समय 24 घंटे से घटकर मात्र 12 घंटे रह जाएगा। आज की तारीख में, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की 619 किलोमीटर लंबाई चालू है, जिसमें निम्नलिखित खंड शामिल हैं:

दिल्ली-दौसा-सवाई माधोपुर
झालावाड़-रतलाम-एमपी/गुजरात सीमा
वडोदरा-भरूच

आंशिक उद्घाटन के बावजूद, यह एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा चालू एक्सप्रेसवे है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे केवल यात्रा के समय को कम नहीं करेगा, बल्कि यह देश के लॉजिस्टिक्स और परिवहन मॉडल को भी सुधारने में मदद करेगा। यह परियोजना लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जा रही है और इसे पीएम गतिशक्ति फ्रेमवर्क के तहत तैयार किया गया है।

इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से परिवहन में सुधार होगा और भारत के नागरिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण लाभ साबित होगा। इस परियोजना से लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा फायदा होगा।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे न केवल भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, बल्कि यह देश की लॉजिस्टिक्स और परिवहन प्रणाली में एक नई दिशा देगा। इसकी विस्तारित और तेज़ गति से यात्रा करने की क्षमता भारत के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ साबित होगी।