हरियाणा के अंबाला जिले में इन नए रूट पर चलेंगी पांच निजी बसें, बनी सहमति
Haryana News: रोडवेज अधिकारियों, आरटीओ और परिवहन समिति के पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में 10 मार्गों-पेहोवा, रायपुरानी, जगाधरी, पिपली, लाडवा, सढौरा और कैंट से लाडवा और नारायणगढ़ से यमुनानगर और अंबाला छावनी के कालका पर सहमति बनी है।
Apr 30, 2024, 11:39 IST
Haryana News: इस संबंध में रोडवेज अधिकारियों, आरटीओ और परिवहन समिति के पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में 10 मार्गों-पेहोवा, रायपुरानी, जगाधरी, पिपली, लाडवा, सढौरा और कैंट से लाडवा और नारायणगढ़ से यमुनानगर और अंबाला छावनी के कालका पर सहमति बनी है। इस मार्ग पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। अंबाला में कालका जाने वाले मार्ग के लिए सबसे बड़ी राहत दी गई है।
पहले इस मार्ग पर एक भी निजी बस नहीं चलती थी, लेकिन अब पांच बसें चलाने का प्रस्ताव पारित किया गया है, लेकिन अब सभी मार्गों पर मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। सभी मार्गों पर बसों को चलने की अनुमति होगी।
अंबाला कोऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट सोसाइटी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनाथ राणा ने कहा कि वर्तमान में उनके पास 71 बसें और 150 चालक और कंडक्टर हैं। अंबाला से परिवहन समिति की बसें नौ मार्गों पर चल रही हैं। राज्य कैरिज योजना 2016 में संशोधन के बाद मार्गों पर परमिट के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया था। इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए शासन को भेजा गया है। यह बैठक आरटीओ कार्यालय में हुई। इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी राजेश कुमार, उपमंडलाधिकारी राजेश कुमार, उपमंडला, उपमंडलाधिकारी इस बैठक में 10 मार्गों पर 152 न्यूनतम परमिट का प्रस्ताव तैयार किया गया। पचास प्रतिशत परमिट अंबाला रोडवेज को और पचास प्रतिशत निजी बसों को दिए गए थे।
उनके पास अंबाला शहर से पेहोवा के लिए 10 परमिट हैं, लेकिन अब सात परमिट पर बातचीत की गई है। इसी तरह, अंबाला शहर से रायपुरानी के लिए दो परमिट हैं, अब तीन परमिट पर सहमति हो गई है, जबकि अंबाला शहर से नारायणगढ़ के लिए पहले से ही आठ परमिट हैं, लेकिन अब दस परमिट की बात हो रही है। अंबाला शहर से जगाधरी के लिए पहले से ही 20 परमिट हैं और 20 परमिटों पर बातचीत हुई थी। इसी तरह अंबाला शहर से पीपली के लिए पहले से ही सात परमिट हैं, लेकिन अब 9 परमिट की बात हो रही है। अंबाला शहर से लाडवा तक पहले से ही चार परमिट हैं और अभी भी चार परमिट पर बातचीत की जा रही है।
अंबाला कैंट से नारायणगढ़ के लिए पहले से ही दस परमिट हैं और आगे 10 परमिटों पर चर्चा की गई। अंबाला शहर से सढौरा के लिए पहले से ही तीन परमिट हैं, जबकि तीन परमिट पर अभी भी बातचीत चल रही है। नारायणगढ़ से यमुनानगर के लिए पहले से ही सात परमिट हैं और अभी भी सात परमिट पर बातचीत की जा रही है। अंबाला शहर से सढौरा के लिए पहले से ही तीन परमिट हैं और तीन पर अभी भी बातचीत चल रही है। नारायणगढ़ से यमुनानगर के लिए पहले से ही सात परमिट हैं। इसके साथ ही अंबाला कैंट से कालका के लिए पांच परमिट पर चर्चा हुई। इससे पहले कालका के लिए कोई परमिट नहीं था।
परमिट के संबंध में वर्जन रोडवेज अधिकारी, आरटीओ और परिवहन समिति के साथ अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई। इस बैठक में सड़क और परिवहन समिति के बीच पचास प्रतिशत परमिट पर सहमति बन गई है और प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है।
सुशील कुमार, आरटीओ, अंबाला।
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पहले इस मार्ग पर एक भी निजी बस नहीं चलती थी, लेकिन अब पांच बसें चलाने का प्रस्ताव पारित किया गया है, लेकिन अब सभी मार्गों पर मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। सभी मार्गों पर बसों को चलने की अनुमति होगी।
अंबाला कोऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट सोसाइटी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनाथ राणा ने कहा कि वर्तमान में उनके पास 71 बसें और 150 चालक और कंडक्टर हैं। अंबाला से परिवहन समिति की बसें नौ मार्गों पर चल रही हैं। राज्य कैरिज योजना 2016 में संशोधन के बाद मार्गों पर परमिट के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया था। इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए शासन को भेजा गया है। यह बैठक आरटीओ कार्यालय में हुई। इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी राजेश कुमार, उपमंडलाधिकारी राजेश कुमार, उपमंडला, उपमंडलाधिकारी इस बैठक में 10 मार्गों पर 152 न्यूनतम परमिट का प्रस्ताव तैयार किया गया। पचास प्रतिशत परमिट अंबाला रोडवेज को और पचास प्रतिशत निजी बसों को दिए गए थे।
उनके पास अंबाला शहर से पेहोवा के लिए 10 परमिट हैं, लेकिन अब सात परमिट पर बातचीत की गई है। इसी तरह, अंबाला शहर से रायपुरानी के लिए दो परमिट हैं, अब तीन परमिट पर सहमति हो गई है, जबकि अंबाला शहर से नारायणगढ़ के लिए पहले से ही आठ परमिट हैं, लेकिन अब दस परमिट की बात हो रही है। अंबाला शहर से जगाधरी के लिए पहले से ही 20 परमिट हैं और 20 परमिटों पर बातचीत हुई थी। इसी तरह अंबाला शहर से पीपली के लिए पहले से ही सात परमिट हैं, लेकिन अब 9 परमिट की बात हो रही है। अंबाला शहर से लाडवा तक पहले से ही चार परमिट हैं और अभी भी चार परमिट पर बातचीत की जा रही है।
अंबाला कैंट से नारायणगढ़ के लिए पहले से ही दस परमिट हैं और आगे 10 परमिटों पर चर्चा की गई। अंबाला शहर से सढौरा के लिए पहले से ही तीन परमिट हैं, जबकि तीन परमिट पर अभी भी बातचीत चल रही है। नारायणगढ़ से यमुनानगर के लिए पहले से ही सात परमिट हैं और अभी भी सात परमिट पर बातचीत की जा रही है। अंबाला शहर से सढौरा के लिए पहले से ही तीन परमिट हैं और तीन पर अभी भी बातचीत चल रही है। नारायणगढ़ से यमुनानगर के लिए पहले से ही सात परमिट हैं। इसके साथ ही अंबाला कैंट से कालका के लिए पांच परमिट पर चर्चा हुई। इससे पहले कालका के लिए कोई परमिट नहीं था।
परमिट के संबंध में वर्जन रोडवेज अधिकारी, आरटीओ और परिवहन समिति के साथ अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई। इस बैठक में सड़क और परिवहन समिति के बीच पचास प्रतिशत परमिट पर सहमति बन गई है और प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है।
सुशील कुमार, आरटीओ, अंबाला।
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