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JIND NEWS:जींद के सफीदों में अचानक पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कार्यकर्ताओं को चोंकाया

Former Chief Minister Manohar Lal Khattar surprised the workers by suddenly arriving in Safidon of Jind.
 
HARYANA NEWS

HARYANA NEWS:प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शुक्रवार सुबह अचानक नगर के जींद रोड़ स्थित सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बडौली के चुनावी कार्यालय पहुंचे। यहां पर कार्यकर्त्ताओं ने उनका जोरदार अभिनंदन किया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यालय के अंदर पहुंचकर खुद व्यवस्था बनवाई। मनोहर लाल ने उनके लिए लगाई गई कुर्सी व मेज को फटाफट से पीछे हटवाया और स्थानीय नेताओं को बैठने के लिए कहा।

उसके बाद बिना किसी औपचारिकता के कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करना शुरू कर दिया। कार्यकर्त्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए मनोहर लाल ने कहा कि विरोधी पार्टी कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक मैदान जरूर खाली है लेकिन हमें तैयारियां ढीली नहीं छोड़नी है। हमें दुश्मन को कभी भी कमजोर नहीं समझना चाहिए। हर कार्यकर्त्ता चुनाव को चुनाव समझे। पार्टी के सभी स्थानीय नेता कार्यकर्त्ताओं से मिले और उनसे बातचीत करें।

घर-घर जाएं और लोगों को पार्टी की नीतियों व कार्यक्रमों से अवगत करवाते हुए उनसे वोट की अपील करें। हर कार्यकर्त्ता अपने आप को प्रत्याशी मानकर चुनाव लड़े, टीम बनाकर कार्य करें और हर कार्य को बांटकर करें, इससे चुनाव प्रबंधन में काफी आसानी होगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजू मोर, पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य, चेयरमैन कर्मबीर सैनी, चेयरमैन अमरपाल राणा, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य एडवोकेट विजयपाल सिंह, पूर्व विधायक जसबीर देशवाल व पूर्व विधायक कलीराम पटवारी सहित अनेक नेतागण मौजूद थे। 

 पैरामेडीकल कालेज सफीदों से जींद चले जाने को गोलमोल कर गए मनोहर लाल 


सफीदों के गांव करसिंधू में बनने वाले पैरामैडीकल कालेज के जींद स्थानान्तरित होने जाने के मामले को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल गोलमाल कर गए। गौरतलब है कि मनोहर लाल सफीदों में पार्टी पदाधिकारियों से चुनावी फीड़बैक लेने पहुंचे थे। इस बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में पत्रकारों ने उनसे पैरामैडीकल कालेज का प्रश्र भी पूछ डाला। इस प्रश्र के जवाब में मनोहर लाल ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि सफीदों से पैरामैडीकल कालेज छीना नहीं गया है।

कुछ चीजे ऐसी होती हैं टैक्रीकल होती है और उस समय उनकी जानकारी नहीं होती। तकनीकि समस्या है कि पैरामैडीकल कालेज के साथ मेडीकल कालेज या बड़ा अस्पताल होना बेहद जरूरी होता है, जो यहां नहीं था। बेशक यह अभी वहां पर चला गया है लेकिन आगे चलकर यहां ज्यादा बैड का अस्पताल बनेगा उसके बाद पैरामेडीकल के अन्य कोर्स यहां पर लाए जाएंगे।

पैरामेडीकल कालेज मेडीकल कालेज के 8-10 किलोमीटर के दायरे में ही खुलना होता है। अगर यहां पर पैरामेडीकल कालेज खुलता और उसमें पढ़ने वाले बच्चों को भी लाभ नहीं पहुंचना था क्योंकि उनको अस्पताल की सुविधा प्राप्त ना होती और उनकी पढ़ाई में भी अधूरापन रहता। सफीदों से जींद कोई दूर नहीं है। जिन बच्चों को पढ़ना होगा उनको वहां पर हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

पूर्व मुख्ययमंत्री मनोहर लाल ने दिया मुकरने वाला ब्यान: राकेश जैन 

आईपी सोसाईटी के सदस्य राकेश जैन का कहना है कि पूर्व मुख्ययमंत्री मनोहर लाल ने पैरामैडीकल कालेज मामले में एक प्रकार से मुकरने वाला ब्यान दिया है। इस पैरामेडीकल कालेज के इस प्रकार से ट्रांसफर हो जाना किसी भी प्रकार से जायज नहीं है और यह सफीदों क्षेत्र की जनता व यहां के विद्यार्थियों के लिए एक कुठाराघात के समान है।

जबकि जींद के विधायक कृष्ण मिढ्ढा भरे मंच पर दावा ठोकते दिखाई दिए है कि कि वे इस पैरामैडीकल कालेज को सफीदों से छीनकर जींद लेकर आए हैं। पैरामेडिकल कॉलेज के खोले जाने की खातिर उनकी संस्था द्वारा सरकार को डेड़ लाख रुपए की सरकारी रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर दो साल पहले ही जमा कराई जा चुकी थी और ग्राम पंचायत करसिंधू 4 एकड़ जमीन सरकार को ट्रांसफर कर चुकी थी।

इस कॉलेज के निर्माण में इसी संस्था के प्रमुख सदस्य टीसी गर्ग के अनुरोध पर ही तात्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कॉलेज को बनाए जाने की घोषणा की थी। मनोहर लाल ने घोषणा करते वक्त यह भी कहा था कि अगर कालेज निर्माण में कोई दिक्कत आती है तो उसे भी दूर किया जाएगा लेकिन आज वे इस मसले पर मुकरते दिखाई पड़ रहे हैं।

अगर यह कालेज यहां पर बनता तो सफीदों की प्रदेश में एक अलग पहचान बनती तथा सैकड़ो छात्रों को चिकित्सा संबंधी रोजगारयुक्त शिक्षा तो मिलती और साथ ही साथ सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलता।