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हरियाणा में गोल्डन कार्ड की रेंक जारी, ये जिला रहा शीर्ष पर जींद चौथे और सिरसा पांचवे स्थान पर, देखें बाकी जिलों का स्थान 

पानीपत में 1.80 लाख रुपये से 3 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले 4496 पात्र व्यक्तियों को गोल्डन कार्ड बनाया गया है। पानीपत में लगभग 1.20 लाख पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड अभी तक नहीं बने हैं।
 
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indiah1, Haryana news: चिरायु योजना के तहत स्वर्ण कार्ड बनाने में हिसार पहले स्थान पर पहुंच गया है। हिसार में अब तक 918962 स्वर्ण कार्ड बनाए जा चुके हैं। भारत इस सूची में छठे स्थान पर है। पानीपत में अब तक 612206 गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। सबसे कम 176746 कार्ड पंचकूला में बनाए गए हैं। अन्य जिलों की तुलना में मतदाताओं की संख्या कम है।


पानीपत में 1.80 लाख रुपये से 3 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले 4496 पात्र व्यक्तियों को गोल्डन कार्ड बनाया गया है। पानीपत में लगभग 1.20 लाख पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड अभी तक नहीं बने हैं। स्वास्थ्य विभाग उन्हें ढूंढने के लिए लगातार काम कर रहा है। चिरायु योजना पात्रों के लिए एक रक्षक साबित हो रही है।

अब इस योजना का भी विस्तार किया गया है। अब लाखपति भी इस योजना के लिए पात्र हो गए हैं। इसके लिए अलग-अलग स्लैब बनाए गए हैं। गोल्डन कार्ड उन पात्र लोगों के लिए निःशुल्क योगदान के रूप में बनाए जा रहे हैं जिनकी वार्षिक आय 5 लाख रुपये से कम है। 1.80 लाख, Rs.1500 उन लोगों के लिए जिनकी वार्षिक आय रु। Rs 1.80 लाख से Rs.3 लाख, Rs.4,000 उन लोगों के लिए जिनकी वार्षिक आय Rs.3-6 लाख और Rs.5,000 उन लोगों के लिए जिनकी आय Rs.6 लाख से अधिक है।

चिरायु योजना के तहत 1272 रोग पैकेज उपलब्ध हैं। जिले में कुल 71 स्वास्थ्य केंद्र चिरायु योजना के पैनल में हैं। इनमें से 54 निजी अस्पताल हैं। जिले में अब तक 46 हजार पात्र लोगों ने 79 करोड़ रुपये का इलाज कराया है।

आयुष्मान योजना में हर साल इसका विस्तार किया जा रहा है, लेकिन इस योजना में कड़ी मेहनत करने वाले आयुष्मान मित्र का मानदेय आज तक नहीं बढ़ाया गया है। आयुष्मान मित्र एक नया आयुष्मान कार्ड बनाने से लेकर रोगी के इलाज के लिए पैसे का दावा करने तक का काम करते हैं।

इसके बावजूद सरकार ने आज तक उनके मानदेय में वृद्धि नहीं की है। राज्य में लगभग 200 आयुष्मान मित्र हैं, जिनमें से पांच पानीपत में हैं। आज भी वे पाँच हज़ार रुपये में काम कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कई बार पंचकूला मुख्यालय से कई अधिकारियों और मंत्रियों को अपनी समस्या के बारे में बताया है।



सबसे अधिक गोल्डन कार्ड वाले शीर्ष 10 जिले


जिला कार्ड

हिसार 918962

करनाल 754597

यमुनानगर 646252

जींद 639702

सिरसा 627504

पानीपत 612206

भिवानी 610830

सोनीपत 573345

कैथल 539467

कुरुक्षेत्र 495886

अधिक से अधिक पात्रों के स्वर्ण कार्ड बनाने का प्रयास-सिविल सर्जन

जिले में स्वर्ण कार्ड बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अब सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र भी चिरायु योजना के पैनल में आ गए हैं। जिले में अब तक 612206 पात्र स्वर्ण कार्ड बनाए जा चुके हैं। अब तक लगभग 79 करोड़ रुपये का योग्य उपचार किया जा चुका है। यह योजना पात्रों के लिए वरदान साबित हो रही है। अब इस योजना का विस्तार किया गया है।