प्रेम विवाह की उम्र बढ़ाने की मांग को लेकर जींद जिले की ग्राम पंचायत ढिगाना ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
जींद जिले में विद्यार्थियों को स्कूल में मिलने वाले टेब वापिस लेने की मांग करने वाली ग्राम पंचायत ढिगाना ने अब प्रेम विवाह की उम्र 20-22 से बढ़ाकर 30 वर्ष करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
ग्राम पंचायत ढिगाना के सरपंच ने मुख्यमंत्री को भेज प्रस्ताव में मांग की है कि प्रेम विवाह की उम्र बढ़कर 30 वर्ष करनी चाहिए ताकि लड़के-लड़कियों को अपना मनपसंद जीवन साथी चुनने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो। सरपंच विनोद सिंगरोहा ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि आज कल के बच्चे अपनी पसंद से अपना जीवन साथी चुनना पसंद करते हैं। हर दिन समाज में लड़के या लड़?कियों की भागकर शादी करने की खबरें पढ़ने को मिलती हैं।
उन्होंने कहा कि हम लव मैरिज के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जिस उम्र में बच्चे घर से भागकर माता-पिता की मर्जी के खिलाफ शादी कर रहे हैं, वह उमर नादान होती है। 20-22 वर्ष के लड़के-लड़कियां घर से भागकर शादी कर रहे हैं, यह उमर का वह दौर होता है जब बच्चे को अपने भले या बुरे का ज्ञान नहीं होता कि कौन इंसान मेरे लिए अच्छा है या कौन बुरा है। इस उमर में बच्चे अक्सर गलत फैसले ले लेते हैं और कानून भी उनका समर्थन करता है। हम ये नहीं कहते कि मां-बाप का हर फैसला सही होता है और बच्चों का हर फैसला गलत होता है, लेकिन जिस उम्र में बच्चे यह कदम उठा रहे हैं वो नादान उम्र होती है। इंसान को जांचने परखने की उम्र नहीं होती।
इसलिए हमारी पंचायत का आपसे अनुरोध है कि लव मैरिज की उम्र बढ़ाकर 30 वर्ष की जाए। ताकि 20-22 वर्ष की उम्र में अगर किसी बच्चे ने गलत फैसला ले रखा हो तो 30 वर्ष तक आते-आते अपना फैसला बदल कर सही फैसला ले पाए क्योंकि 30 वर्ष की उम्र एक समझदार उम्र हो जाती है और इंसान अपना अच्छा-बुरा सोचने के काबिल हो जाता है। 30 वर्ष की उम्र ज्यादा नहीं होगी, अगर प्रेम सच्चा है और उनके प्रेम में ताकत है तो 30 वर्ष तक वो जरुर इंतजार करेंगे।