Haryana सरकार ने श्रमिकों के लिए बड़े फैसले, निर्देशों को तत्काल प्रभाव से जारी करने को कहा
Haryana News: हरियाणा भवन एवं अन्य निर्माण कल्याण बोर्ड के श्रमिकों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने टूलकिट, साइकिल योजना, सिलाई मशीनों की बकाया राशि तत्काल जारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही ईएसआई की तर्ज पर एक नई योजना बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि निर्माण कल्याण बोर्ड के श्रमिकों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य एवं श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित थे।
नायब सिंह ने यह भी निर्देश दिया कि किसी भी कारण से लंबित श्रमिकों के मृत्यु के दावे तुरंत जारी किए जाएं ताकि गरीब परिवार को आर्थिक मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि बोर्ड के तहत श्रमिकों की बेटियों की शादी के लिए दी जाने वाली शगुन राशि शादी से 3 दिन पहले दी जानी चाहिए, ताकि उन्हें आर्थिक लाभ मिल सके। इसके अलावा श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति राशि अग्रिम रूप से एकमुश्त देने की योजना बनाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही, पूरी प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए ताकि श्रमिकों को आवेदन करते समय किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
श्रमिक के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी:
अधिकारियों को निर्देश देते हुए नायब सिंह ने कहा कि जब कोई गरीब मजदूर मरता है तो उसका परिवार गहरे दुख में होता है, इसलिए मुख्यमंत्री श्रमिक सामाजिक सुरक्षा योजना के नियमों में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि श्रमिक के परिवार को कार्यस्थल के अलावा किसी अन्य स्थान पर मृत्यु होने पर भी 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जा सके। गौरतलब है कि वर्तमान में इस योजना के तहत कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर श्रमिक के परिवार को 5 लाख रुपये और कार्यस्थल पर मृत्यु नहीं होने पर 2 लाख रुपये देने का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि यदि हरियाणा भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के कर्मचारी या उनके परिवार का कोई अन्य सदस्य पारंपरिक कार्यों में कौशल प्रशिक्षण चाहता है तो उन्हें श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से एक पाठ्यक्रम दिया जाना चाहिए। इसका पूरा खर्च बोर्ड द्वारा वहन किया जाएगा।
रोहतक में जल्द ही 100 बिस्तरों वाले ईएसआई अस्पताल की आधारशिला रखी जाएगी:
बैठक में बताया गया कि रोहतक में 100 बिस्तरों वाले ईएसआई अस्पताल के लिए भूमि की पहचान सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही इसकी आधारशिला रखी जाएगी। इसके अलावा पंचकूला में स्थापित डिस्पेंसरी का भी जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। साथ ही 86 ईएसआई औषधालयों में ईसीजी सुविधा भी जल्द ही शुरू की जाएगी। इतना ही नहीं, जिन श्रमिकों की आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक है या जिनके पास पारिवारिक पहचान पत्र नहीं है, ऐसे श्रमिकों को निरोगी हरियाणा योजना के तहत स्वास्थ्य जांच भी दी जाएगी।
बैठक में मुख्य सचिव टी. वी. एस. एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, श्रम विभाग के प्रधान सचिव राजीव रंजन, मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड़, हरियाणा के श्रम आयुक्त मणि राम शर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.