Haryana: बारिश-ओलावृष्टि से खराब हुए फसल की गिरदावरी में जींद-सिरसा सबसे पीछे
Haryana News: मार्च में हुई बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई रबी फसलों की गिरदावरी हरियाणा में चल रही है। इसके पूरा होने के बाद ही किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दिया जाएगा। अगर हम राज्य के आंकड़ों को देखें तो जींद, सोनीपत और सिरसा जिले पीछे हैं। इन जिलों में गिरदावरी का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है, जबकि कुरुक्षेत्र जिले में गिरदावरी का काम पूरा हो चुका है।
इस वजह से यह जिला गिरदावरी करने में राज्य में सबसे आगे है। इसके अलावा रेवाड़ी दूसरे और फतेहाबाद जिला तीसरे स्थान पर है। जबकि फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, पंचकूला और पलवल जिलों में गिरदावरी का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों का सबसे अधिक नुकसान हिसार जिले के 58 हजार 617 किसानों ने बताया। उन्होंने 3 लाख 32 हजार 90 एकड़ में फसल के नुकसान की जानकारी दी है।
मार्च में जींद सहित पूरे राज्य में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। इससे गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ था। जिले में बारिश और ओलावृष्टि से नरवाना और उचाना क्षेत्रों के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। उचाना क्षेत्र में गेहूं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई थी। इस संबंध में विभिन्न उप-मंडलों के किसान मुआवजे की मांग को लेकर डीसी कार्यालय पहुंचने लगे। इसके बाद सरकार ने क्षतिग्रस्त फसलों का गिरधा कराने के लिए एक मुआवजा पोर्टल खोला था।
मोहम्मद इमरान रजा, डीसी, जींद ने कहा कि, आधिकारिक आदेशों के अनुसार राजस्व विभाग के कर्मचारियों को रबी फसल की गिरदावरी के लिए दिया गया है। जिले में गिरदावरी का कार्य 36.99 प्रतिशत पूरा हो चुका है। जिले में गिरदावरी का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।