Haryana Police: हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, ये नम्बर ऑनलाइन सर्च करते समय बरते सावधानी, वरना ...
Haryana News: हरियाणा पुलिस ने सलाह दी कि आज की डिजिटल दुनिया में कंप्यूटर और मोबाइल के उपयोग ने काम को तेज कर दिया है। तकनीक के युग में घर से काम करने की सुविधा और अन्य सुविधाएं दी गई हैं, लेकिन इस तकनीक का फायदा उठाकर कुछ साइबर ठग साइबर अपराध को अंजाम देते हैं। साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए खुद को जागरूक रखें क्योंकि जागरूकता ही साइबर धोखाधड़ी से बचने का एकमात्र तरीका है। सोशल मीडिया खातों के लिए दो-कारक प्रमाणीकरण का उपयोग करें, हमेशा जटिल पासवर्ड रखें, तीसरे पक्ष के ऐप्स को आवश्यक अनुमति दें, सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करें, अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
लेन-देन करते समय धोखाधड़ी
वहीं ऑनलाइन एप (गूगल पे, फोन पे, पेटीएम) आदि इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें क्योंकि पैसे का लेन-देन करते समय धोखाधड़ी हो सकती है। साइबर ठग आपको फोन करके कहते हैं कि उसने आपको गूगल-पे या फोन-पे पर पैसा ट्रांसफर कर दिया है। जब आप एप को ओपन करके देखते हैं तो उसमें पैसे एक्सैपट से सम्बन्धित लिंक होता है जिस पर आप क्लिक करके अपना पिन डालते हैं जिससे आपके खाते से पैसे कट जाते हैं। इस प्रकार के किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें ना ही किसी व्यक्ति के द्वारा कहने पर किसी भी प्रकार की रिमोटली एप (एनी डेस्क, टीम व्युवर) इन्सटाल करें।
अलग -अलग तरीके अपनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी
साइबर ठग अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। जब भी आप किसी संस्था या कम्पनी का नम्बर सीधा गूगल पर जाकर सर्च करते हैं और वहां मौजूद मोबाइल नम्बर पर आप कॉल करते हैं जो किसी साइबर ठग का हो सकता है। जब आप उस नम्बर पर बात करते हैं तो और वह आपके साथ आपके फायदे की बात करेंगे और आपकी सहायता के लिए आपको भरोसा भी दिलवाएंगे। वो आपको बातों में उलझाकर आपसे ठगी करते हैं इसलिए सीधा गुगल पर सर्च करने की बजाए कम्पनी या संस्था की वेबसाइट पर जाकर ही फोन नम्बर प्राप्त कर बातचीत करें।
इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति आपको फोन के द्वारा आपके फायदे के लिए बात करता है तो इस प्रकार के व्यक्ति से सावधान होकर बात करें और किसी भी प्रकार की निजी जानकारी या दस्तावेज इत्यादि उसके साथ साझां ना करें। साइबर ठगी होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें।