प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में स्वीकृत 50,655 करोड़ रुपये की हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजनाएं, उत्तर प्रदेश को मिला खास तोहफा
High Speed Corridor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने हाल ही में 50,655 करोड़ रुपये की आठ राष्ट्रीय हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें से कई परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। ये परियोजनाएं राज्य के सड़क नेटवर्क को उन्नत बनाएंगी और आम जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगी।
अयोध्या रिंग रोड
लंबाई: 88 किलोमीटर
लागत: 4,613 करोड़ रुपये
विशेष लाभ: चार-लेन की यह रिंग रोड अयोध्या में राम मंदिर दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को आसान बनाएगी और पर्यटन को बढ़ावा देगी।
कानपुर रिंग रोड
लंबाई: 47 किलोमीटर
चौड़ाई: छह-लेन
लागत: 3,298 करोड़ रुपये
विशेष लाभ: इस परियोजना से कानपुर शहर के यातायात में सुधार होगा और आसपास के क्षेत्रों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
परियोजनाओं से होने वाले लाभ
इन हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा। राज्य में बेहतर रोड नेटवर्क से बुनियादी ढांचे का विकास होगा और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। अयोध्या रिंग रोड जैसी परियोजनाओं से पर्यटन में तेजी आएगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि ये परियोजनाएं राज्य में कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार करेंगी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं का राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा, जिससे आम जनता को सीधे लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में स्वीकृत इन राष्ट्रीय हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। इन परियोजनाओं की पूरी होने से राज्य की कनेक्टिविटी में तेजी आएगी, जिससे आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और आम जनता को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उत्तर प्रदेश में इन नई परियोजनाओं के साथ, राज्य का भविष्य और भी उज्ज्वल दिखाई देता है।