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Haryana News : कॉलेजों में बंक मारने वालों के लिए जरुरी खबर, हो रही ये योजना लागू; अब किया ऐसा तो भुगतना पडेगा खामयाजा 

 इस साल 1 अगस्त से लागू होगी। माता-पिता को पता चल जाएगा कि उनका बच्चा कितने दिनों तक कॉलेज गया और उसने कक्षा में किस विषय में पढ़ाई की। नए सत्र से उच्च शिक्षा में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। इस बार उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों को रोजगार और कौशल परीक्षण ज्ञान देने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है।
 
 
 हरियाणा के कॉलेजों में बंक मारने वालों के लिए जरुरी खबर
Haryana News: अब कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र और छात्र अपनी कक्षाओं को बंद नहीं कर पाएंगे। यदि वे ऐसा करते हैं, तो जानकारी उनके माता-पिता तक पहुंच जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशालय नए सत्र से ऑनलाइन उपस्थिति योजना हिंदी को लागू करने जा रहा है।

यह योजना इस साल 1 अगस्त से लागू होगी। माता-पिता को पता चल जाएगा कि उनका बच्चा कितने दिनों तक कॉलेज गया और उसने कक्षा में किस विषय में पढ़ाई की। नए सत्र से उच्च शिक्षा में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। इस बार उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों को रोजगार और कौशल परीक्षण ज्ञान देने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है।

इसके अलावा कई और सुधार किए जा रहे हैं। अब छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का भी प्रयास किया जा रहा है। इस प्रणाली के लागू होने से छात्र कक्षाओं में जाकर अध्ययन करेंगे। इसके अलावा, कम उपस्थिति के कारण छात्रों को वार्षिक परीक्षाओं से नहीं चूकना पड़ेगा।

इससे पहले, अभिभावक अपने बच्चों की उपस्थिति अधिक होने के बावजूद परीक्षा से इनकार करने के लिए कॉलेज प्रबंधन को दोषी ठहराते थे।

प्रोफेसर कक्षा में जाकर लेंगे छात्रों की उपस्थिति का अपडेट

पहले की तरह प्रोफेसर कक्षा में जाकर विद्यार्थियों की उपस्थिति लेंगे और इसके बाद उसे ऑनलाइन भी अपडेट करेंगे। इसके लिए उच्चतर शिक्षा ऑनलाइन हाजिरी एप्लीकेशन तैयार करवा रहा है। कॉलेजों में एक अगस्त तक ऑनलाइन हाजिरी पूरी तरह से तैयार हो जाएगी।

इसको लागू भी कर दिया जाएगा। प्रति सप्ताह तैयार होगा रिकॉर्ड

उच्चतर शिक्षा विभाग ने शुरुआत में प्रति सप्ताह छात्र की ऑनलाइन हाजिरी का रिकॉर्ड तैयार करना होगा। सभी छात्रों की हाजिरी एक जगह कंपाइल की जाएगी और प्रत्येक महीने के अंत में यह हाजिरी आटोमेटिक छात्रों के अभिभावकों के एसएमएस के जरिये पहुंच जाएगी। ऑनलाइन एप्लीकेशन से अभिभावकों के मोबाइल नंबर को लिंक किया जाएगा।