आज 6 बजे से कल शाम 6 बजे तक नूंह जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद, जानें वजह
हरियाणा के नूंह जिले में पिछले साल ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा सरकार ने इस साल फिर से इंटरनेट और बल्क मैसेजिंग सेवाओं पर पाबंदी लगा दी है। यह पाबंदी रविवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लागू रहेगी।
Updated: Jul 21, 2024, 19:58 IST
Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले में पिछले साल ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा सरकार ने इस साल फिर से इंटरनेट और बल्क मैसेजिंग सेवाओं पर पाबंदी लगा दी है। यह पाबंदी रविवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लागू रहेगी।
हरियाणा अतिरिक्त मुख्य सचिव के अनुसार, नूंह जिले में तनाव, आंदोलन, पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का जोखिम और शांति भंग की आशंका है। सरकार का यह कदम सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर गलत जानकारी और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।
नूंह पुलिस ने बताया है कि यात्रा की सुरक्षा के लिए इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यात्रा ठीक से संपन्न हो, इसके लिए इलाके में टाइट सिक्योरिटी लगाई गई है।
पिछले साल 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद ने एक यात्रा निकाली थी, जिस पर पत्थरों से हमले हुए और कार में आग लगा दी गई। इसके बाद नूंह हिंसा में 2 होम गार्ड और कम से कम 15 लोग जख्मी हुए थे, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इसी रात को भीड़ ने गुरुग्राम की एक मस्जिद पर हमला किया और मस्जिद के इमाम की हत्या कर दी। इन सांप्रदायिक दंगों में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
नूंह जिले में बड़ी तादाद में मुस्लिम आबादी रहती है और पिछले साल की हिंसा ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया था। इस साल सरकार की यह सख्ती इसी तनाव को कम करने और शांति बनाए रखने के दिशा में उठाया गया एक कदम है।
नूंह जिले में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए इंटरनेट पाबंदी लागू की है कि कोई भी अफवाह या गलत जानकारी न फैल सके। सरकार का यह कदम न केवल अफवाहों को रोकने के लिए बल्कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हरियाणा सरकार का यह कदम नूंह जिले में शांति बनाए रखने और अफवाहों को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इंटरनेट पाबंदी और कड़े सुरक्षा इंतजामों के बावजूद, जनता को संयम बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है।
हरियाणा अतिरिक्त मुख्य सचिव के अनुसार, नूंह जिले में तनाव, आंदोलन, पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का जोखिम और शांति भंग की आशंका है। सरकार का यह कदम सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर गलत जानकारी और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।
नूंह पुलिस ने बताया है कि यात्रा की सुरक्षा के लिए इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यात्रा ठीक से संपन्न हो, इसके लिए इलाके में टाइट सिक्योरिटी लगाई गई है।
पिछले साल 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद ने एक यात्रा निकाली थी, जिस पर पत्थरों से हमले हुए और कार में आग लगा दी गई। इसके बाद नूंह हिंसा में 2 होम गार्ड और कम से कम 15 लोग जख्मी हुए थे, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इसी रात को भीड़ ने गुरुग्राम की एक मस्जिद पर हमला किया और मस्जिद के इमाम की हत्या कर दी। इन सांप्रदायिक दंगों में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
नूंह जिले में बड़ी तादाद में मुस्लिम आबादी रहती है और पिछले साल की हिंसा ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया था। इस साल सरकार की यह सख्ती इसी तनाव को कम करने और शांति बनाए रखने के दिशा में उठाया गया एक कदम है।
नूंह जिले में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए इंटरनेट पाबंदी लागू की है कि कोई भी अफवाह या गलत जानकारी न फैल सके। सरकार का यह कदम न केवल अफवाहों को रोकने के लिए बल्कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हरियाणा सरकार का यह कदम नूंह जिले में शांति बनाए रखने और अफवाहों को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इंटरनेट पाबंदी और कड़े सुरक्षा इंतजामों के बावजूद, जनता को संयम बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है।