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जगाधरी के छोरे ने गाड़े सफलता के झंडे, यूपीएससी की परीक्षा में हासिल की 47वीं रैंक

Achieved 47th rank in UPSC exam
 
बसंत सिंह

HARYANA NEWS:हरियाणा प्रदेश के यमुनानगर जिले के जगाधरी के रहने वाले बसंत ने यूपीएससी की परीक्षा में 47वीं रैंक हासिल कर सफलता के झंडे गाड़ दिए। बसंत की सफलता पर संपूर्ण क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश के यमुनानगर के जगाधरी खंड के गांव मेहर माजरा निवासी बलविंद्र सिंह के पुत्र बसंत ने यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में 47वीं रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन कर दिया।

अगर हम ओबीसी श्रेणी की बात करें तो बसंत ओबीसी श्रेणी में देश में दूसरे स्थान पर रहे। बसंत सिंह इस परीक्षा हेतु कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल की है। बसंत वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं। उनका जन्म जगाधरी के गांव  मेहर माजरा हुआ था। जगाधरी के मेहर माजरा गांव के ग्रामीणों में बसंत की सफलता पर खुशी का माहौल है। बसंत का यूपीएससी में चयन होने के बाद गांव में रह रहे उनके परिवार को लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं। 

इसरो का पद छोड़ बसंत सिंह बने आईपीएस अधिकारी 

बसंत सिंह पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल रहे हैं। वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद इसरो में पद ग्रहण कर देश की सेवा कर रहे थे। लेकिन अब इसरो का पर छोड़कर आईपीएस अफसर बनकर देश की सेवा करेंगे।
बसंत सिंह के पिता बलविंद्र सिंह खादी ग्राम उद्योग में अधिकारी के तौर पर सेवई दे रहे हैं और मां रेखा घर गृहस्ती संभालती है।

बसंत सिंह ने अपनी की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई चंडीगढ़ के केंद्रीय विद्यालय से की। बसंत सिंह और उनकी बहन वैशाली सिंह दोनों ने केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई की हैं। आपको बता दें कि बसंत सिंह की बहन वर्तमान में हरियाणा में एचसीएस अधिकारी के तौर पर आबकारी एवं कराधान विभाग में अपनी सेवाएं दे रही हैं।

बसंत सिंह बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे हैं। उन्होंने 12वीं कक्षा के बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेकर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर आईआईटी दिल्ली से इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में एमटैक पास की। मैच की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका चयन इसरो में हो गया। लेकिन बसंत सिंह का बचपन से ही लोक सेवा में जाने का सपना था। आज उन्होंने अपना सपना पूरा करते हुए यूपीएससी की परीक्षा में 47वीं रैंक हासिल की है।

जब उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी तो उनका रैंक 300 के करीब रहा था। इस दौरान उनका 2021 में सिविल सर्विस की एलाइड सर्विस में इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस में चयन हो गया।

इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस में अभी उनकी ट्रेनिंग चल रही है। बसंत ने जब दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी तो उनको ऑलओवर इंडिया 47वीं रैंक हासिल हूई। इतना ही नहीं उन्होंने ओबीसी श्रेणी में देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। बसंत सिंह की सफलता से पिता बलविंद्र सिंह, मां रेखा, बहन वैशाली सिंह के साथ-साथ संपूर्ण परिवार और गांव के लोगों में खुशी की लहर है।