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जींद की छात्रा कुदरत कौर ने देश में किया हरियाणा का नाम रोशन, यूपीएससी (UPSC) में हासिल की 14वीं रैंक, अब इस पद पर हुआ चयन 

Haryana newsकुदरत कौर अशरफगढ गांव के निशान सिंह की पुत्री है। कुदरत कौर ट्रेनिंग के लिए 28 मार्च 2024 को चेन्नई रवाना होगी , इसको लेकर उसके घर व स्कूल दोनों में खुशी का माहौल है।
 
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indiah1. Haryana: हरियाणा प्रदेश के जींद जिले की छात्रा कुदरत कौर ने यूपीएससी की परीक्षा में 14वीं रैंक हासिल कर जींद के साथ-साथ हरियाणा प्रदेश का देश में नाम रोशन कर दिया। आपको बता दें कि जींद के महर्षि विद्या मन्दिर स्कूल की पूर्व छात्रा कुदरत कौर का भारतीय सेना में यूपीएससी (UPSSC) (सी.डी एस) परीक्षा में 14वीं रैंक प्राप्त करने पर लेफ्टिनेंट पद पर चयन हुआ है ।

इसको लेकर बुधवार को उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने अपने कार्यालय में कुदरत कौर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्हें बधाई देते हुए कहा कि कुदरत कौर ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर अपने देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर कुदरत कौर के अभिभावक व स्कूल की प्रधानाचार्य अनिता रानी विशेष रूप से उपस्थित रहे।


उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने कुदरत को एक रोल मॉडल बताते हुए कहा कि कुदरत की सफलता स्वयं के साथ-साथ समस्त बालिकाओं की सफलता है जो कि निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सभी अभिभावकों भी अपनी बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित व जागरूक करना चाहिए।  


  गौरतलब है कि कुदरत कौर अशरफगढ गांव के निशान सिंह की पुत्री है। कुदरत कौर ट्रेनिंग के लिए 28 मार्च 2024 को चेन्नई रवाना होगी , इसको लेकर उसके घर व स्कूल दोनों में खुशी का माहौल है। कुदरत की नर्सरी से लेकर बारहवीं तक की पढ़ाई महर्षि विद्या मंदिर स्कूल जींद में ही संपन्न हुई और उसने बारहवीं कक्षा में जिला जींद में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता,गुरुजन व अपने स्कूल का नाम रोशन किया था।

कुदरत ने एकेडेमिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि खेल, नृत्य, भाषण जैसी हर प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया और सफलता भी प्राप्त की। प्रतियोगिता चाहे जिला जींद की हो या महर्षि संस्थान की हो कुदरत ने हर प्रतियोगिता में अपना प्रथम स्थान प्राप्त किया। स्कूल में उपस्थित छात्र- छात्राओं ने उनकी सफलता से संबंधित प्रश्न किए और अपनी जिज्ञासा को शांत किया।


  कुदरत कौर ने अपनी सफलता का राज महर्षि संस्थान से प्राप्त भावातीत ध्यान व महर्षि महेश योगी जी की शिक्षाओं को बताया और उसने उपस्थित बच्चों को लक्ष्य निर्धारित करने व उसे पूर्ण करने का हौसला बनाये रखने के प्रति प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि चुनौतियों से लड़कर अपने सपनो को साकार करने के लिए हम सपने देखेगे तभी साकार कर पाएंगे।

वह प्रतिदिन सुबह और शाम 1 घण्टा भावातीत ध्यान का अभ्यास करती थी और अपनी एकाग्रता के कारण ही इस उच्च पद को प्राप्त किया। उन्होंने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रेरणास्त्रोत स्कूल के गुरुजन और माता-पिता को बताया। कुदरत की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित होते हुए स्कूल प्राचार्य अनीता शर्मा जी ने कुदरत और उनके परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि यह कुदरत की ही नहीं बल्कि महर्षि संस्थान की भी उपलब्धि है।

क्योंकि बच्चों को जो ध्यान के प्रति जागरूक किया जाता है। वह कहीं ओर सम्भव नही है।अगर हम सपने देखते हुए उसे साकार करने का मन बना ले तो हम कठिन परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है।
कुदरत के इस सम्मान समारोह में जगपाल (भाई), अध्यापक राजेश मोर व पूनम शर्मा उपस्थित रही।