India H1

हरियाणा में JJP को लगा सबसे बड़ा झटका, चुनाव की घोषणा होते ही पूर्व मंत्री ने छोड़ी पार्टी 

Haryana News: वह मनोहर लाल खट्टर सरकार 2.0 में मंत्री रह चुके हैं। अनूप एकमात्र विधायक थे जिन्हें दुष्यंत के बाद मंत्री पद मिला था।
 
haryana news

Haryana News: हरियाणा के पूर्व श्रम मंत्री अनूप धनक ने आज जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) छोड़ दी। उन्होंने पार्टी के पदों से इस्तीफा दे दिया है। मंत्री ने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की।

जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला को लिखे पत्र में पूर्व मंत्री ने लिखा, "मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया व्यक्तिगत कारणों से जननायक जनता पार्टी के सभी पदों/जिम्मेदारियों से मेरा इस्तीफा स्वीकार करें। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।

दरअसल, पूर्व मंत्री अनूप धनक जेजेपी में निष्क्रिय थे। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने पूरी दूरी बनाए रखी। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया।

वह मनोहर लाल खट्टर सरकार 2.0 में मंत्री रह चुके हैं। अनूप एकमात्र विधायक थे जिन्हें दुष्यंत के बाद मंत्री पद मिला था। अनूप धनक की भाजपा के साथ निकटता बढ़ने लगी थी। वह भाजपा-जेजेपी गठबंधन से खुश नहीं थे। गठबंधन टूटने के बाद से उन्हें निष्क्रिय देखा गया था।

चौटाला परिवार के सबसे खास माने जाते हैं अनूप
अनूप धानक चौटाला परिवार के सबसे करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। इनेलो टूटने के बाद वह अजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला के साथ आ गए और जजपा में रहे। इससे पहले वह इनेलो में थे। अनूप चौटाला अक्सर दुष्यंत और अजय चौटाला के साथ गिने जाते थे।

मुश्किल दौर में JJP
हरियाणा में इनेलो से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर न केवल हार हुई, बल्कि जमानत भी जब्त हो गई।

इतना ही नहीं, पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। JJP का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो BSP और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप-मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे।

JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
JJP को लोकसभा चुनाव में 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक, कुरुक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्‌डा को 5361 वोट मिले।

वहीं, सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं, बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि, बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई।

देखिए, मंत्री के इस्तीफे की कॉपी...