Nagpur-Goa Shaktipeeth Expressway: धार्मिक यात्रियों की होगी बल्ले बल्ले ! 3 शक्तिपीठों के दर्शन एक साथ करवाएगा यह एक्सप्रेसवे
Nagpur-Goa Shaktipeeth Expressway: देश में कई एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं, लेकिन नागपुर से गोवा के बीच बन रहा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे एक अनोखा और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे का नामकरण 3 प्रमुख शक्तिपीठों के दर्शन के आधार पर किया गया है। यह न केवल यात्रा को आसान और तेज बनाएगा, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
एक्सप्रेसवे की जानकारी
लंबाई 802 किलोमीटर
शक्तिपीठों की संख्या 3
निर्माण की लागत ₹83,600 करोड़
समय सीमा 2028-29
यात्रा समय बचत 13 घंटे
प्रमुख शक्तिपीठों के दर्शन
यह एक्सप्रेसवे धार्मिक यात्रियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 3 प्रमुख शक्तिपीठों से गुजरता है:
महालक्ष्मी शक्तिपीठ: नागपुर से सबसे पहले आने वाला यह शक्तिपीठ 18 महाशक्तिपीठों में शामिल है।
तुलजा भवानी शक्तिपीठ: आगे बढ़ने पर आपको तुलजा भवानी देवी का दर्शन मिलेगा, जहां भगवती के बाएं शरीर का हिस्सा गिरा था।
पत्रादेवी शक्तिपीठ: यह शक्तिपीठ वर्धा जिले में स्थित है और यह यात्रा का तीसरा और अंतिम शक्तिपीठ है।
नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे के लाभ
एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद, अभी जिस दूरी को पूरा करने में 21 घंटे का समय लगता है, वह केवल 8 घंटे में पूरी हो जाएगी। एक्सप्रेसवे के बनने से आसपास के गांवों, कस्बों, और शहरों में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
एक्सप्रेसवे के आसपास रियल एस्टेट के प्रोजेक्ट्स में वृद्धि होगी, जिससे जमीनों के दाम भी बढ़ेंगे। इस एक्सप्रेसवे से जुड़े गांवों और कस्बों का विकास होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है जो धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि क्षेत्र के व्यापार और रियल एस्टेट सेक्टर में भी तेजी आएगी।