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नई सौगात ! नोएडा में 18 साल बाद होटलों की भूखंड योजना

नोएडा शहर में 18 साल बाद एक महत्वपूर्ण योजना आ रही है। नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे विभिन्न सेक्टरों में होटल भूखंडों की योजना को लाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत थ्री स्टार, फाइव स्टार और सेवन स्टार होटल के लिए भूखंडों का आवंटन किया जाएगा
 
नई सौगात ! नोएडा में 18 साल बाद होटलों की भूखंड योजना

UP News: नोएडा शहर में 18 साल बाद एक महत्वपूर्ण योजना आ रही है। नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे विभिन्न सेक्टरों में होटल भूखंडों की योजना को लाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत थ्री स्टार, फाइव स्टार और सेवन स्टार होटल के लिए भूखंडों का आवंटन किया जाएगा।

भूखंडों का आवंटन ई-नीलामी के जरिए किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा निर्धारित व्यावासायिक संपत्ति के रेट्स को रिजर्व प्राइज के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। आवेदक को रिजर्व प्राइज से अधिक बोली लगानी होगी।

नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि योजना के लिए ब्रोशर तैयार करने शुरू कर दिए गए हैं। इसमें आवंटन से संबंधित शर्तों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए दिल्ली-एनसीआर के शहरों की आवंटन पॉलिसी का भी अध्ययन किया जा रहा है।

 नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे बसे सेक्टर-93, 142 समेत अन्य सेक्टरों में यह योजना लाई जाएगी। इन जगह होटलों के लिए 3 से 4 हजार वर्ग मीटर के भूखंड चिह्नित किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि करीब एक दर्जन भूखंडों में से 3-4 फाइव स्टार और सेवन स्टार होटल के लिए होंगे, जबकि बाकी थ्री स्टार होटल के लिए होंगे। इनका आवंटन ई-नीलामी के जरिये किया जाएगा।

18 साल पहले नोएडा प्राधिकरण ने होटल भूखंडों की योजना बनाई थी, लेकिन उस समय बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई थी। तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर-20 में मामला दर्ज हुआ था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट ने जांच के बाद दरों में वृद्धि का आदेश दिया था, जिससे 4721 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

नोएडा प्राधिकरण की यह नई होटल भूखंड योजना शहर के विकास और पर्यटन को नई दिशा देगी। यह योजना पुराने विवादों को देखते हुए पारदर्शिता और आधुनिक प्रक्रियाओं के साथ पेश की जा रही है, जिससे शहर की होटल और पर्यटन उद्योग को मजबूती मिलेगी।