अब लाखों कर्मचारी नहीं पहन सकेंगे दफ्तर में जींस, दफ्तर में जींस पहनने पर लगी पाबंदी
देश के अंदर ऐसा शायद ही कोई कर्मचारी होगा जिसे जींस पहनने का शौक ना हो। करोड़ ऐसे कर्मचारी हैं जो ज्यादातर जींस पहनने पर अच्छा महसूस करते हैं। वैसे तो भारत देश के अंदर कपड़े पहनने की सभी को आजादी है। लेकिन अगर कर्मचारियों की बात करें तो कर्मचारियों के लिए प्रत्येक राज्य में सरकार ड्रेस कोड को लेकर अलग-अलग कानून बनाते रहती है। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने बिजली विभाग के कर्मचारी हेतु आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब कर्मचारी दफ्तर में ड्यूटी के दौरान जींस पहन कर ड्यूटी नहीं कर सकते। राजस्थान में बिजली विभाग के कार्यालयों में हजारों की संख्या में अधिकारी और कर्मचारी काम करते हैं।
ये कर्मचारी अब दफ्तर में जींस-टीशर्ट पहनकर नहीं आ सकेंगे। क्योंकि बिजली विभाग ने ड्रेस कोड को लेकर एक आदेश जारी किया है जिसके तहत बिजली विभाग के कर्मचारी अब दफ्तर में जींस नहीं पहन सकते। राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के सचिव (प्रशासन) आनंदी लाल वैष्णव कहा गया कि राजस्थान बिजली निगम के कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी प्रॉपर ड्रेस में नहीं आते हैं इसलिए विभाग द्वारा बिजली विभाग के कर्मचारियों को यह आदेश जारी किया गया है।
बिजली विभाग के कर्मचारी अपनी इच्छा अनुसार आरामदायक कैजुअल ड्रेस और जींस पहनकर कार्यालय में आते हैं। जिससे कार्यालय में आने वाले लोगों को ना तो कर्मचारियों की पहचान हो पाती और उन्हें बिजली विभाग के कर्मचारी ढूंढने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि सरकारी विभाग के कार्यालय में विभाग द्वारा तय प्रॉपर ड्रेस के साथ ही दफ्तर में आना चाहिए। वर्तमान में राजस्थान बिजली विभाग के कार्यालय में आलम यह है कि कई अधिकारी और कर्मचारी जींस, टी-शर्ट और चप्पल पहनकर दफ्तर में आ जाते हैं।
जींस और चप्पल में आते हैं कर्मचारी दफ्तर
राजस्थान बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में ऐसे बहुत सारे अधिकारी और कर्मचारी हैं जो दफ्तर में कैजुअल ड्रेस के अलावा जींस शर्ट और चप्पलों में भी आ जाते हैं। ऐसे कर्मचारियों को सोचना चाहिए कि दफ्तर में ड्यूटी के दौरान एक मर्यादा होती है और एक प्रॉपर ड्रेस कोड भी होता है। उसका सभी कर्मचारियों को पालन करना चाहिए। जिस वेशभूषा में यह कर्मचारी दफ्तर में आते हैं यह सरासर विभाग के प्रोटोकाल के विरुद्ध है।
उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा एक अन्य आदेश जारी कर वाहन चालकों और तकनीकी कर्मचारियों को भी प्रॉपर ड्रेस कोड में आने की निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं इससे भी आगे बढ़कर जयपुर नगर निगम ने तो अपने कार्यालय परिसर में तंबाकू और गुटखा के सेवन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। राजस्थान बिजली विभाग का यह आदेश जारी करने के पीछे मुख्य उद्देश्य बिजली विभाग के कार्यालयों में गरिमा को बनाए रखना है।