4 अगस्त को मांगों को लेकर बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में करेगे रोष प्रदर्शन
प्रदेश के हजारों बहु उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी लम्बित मांगों को लेकर 4 अगस्त को करनाल में मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में राज्य स्तरीय रोष प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे। यह जानकारी सोमवार को स्थानीय नागरिक अस्पताल में एन.एच.एम. कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देते हुए बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के जिला संयोजक शक्ति सिंह, विक्रम सिह, गुरदेव, सुदेश कुमारी ने दी।
उन्होंने बताया कि जिला जींद से सैंकड़ों स्वास्थ्य कर्मचारी 4 अगस्त को करनाल पहुंचकर रोष प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार द्वारा वायदे के विपरित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत एम.पी.एच.डब्ल्यू. को नियमित नहीं किया जा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि आज 26 साल की सेवाकाल के उपरान्त सेवानिवृत होने पर कर्मचारी को खाली हाथ जाना पड़ रहा है। इसी प्रकार सरकार द्वारा आज सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आन लाइन करने का दबाव बनाया जा रहा है परन्तु धरातल स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को इंटरनेट, लैपटाप आदि की कोई सुविधा तक उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार एक तरफ तो आम जनता को मानसिक रूप से मजबूत करने का कार्यक्रम बनाकर ढोंग रच रही है, वहीं पर स्वास्थ्य कर्मचारियों को इंटरनेट, लैपटाप आदि की कोई सुविधा न देकर उनके मानसिक संतुलन को ही असंतुलन में तबदील किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जब तक समाप्त किए गए पदों को बहाल करने, नॉर्म के अनुसार नए पद स्वीकृत करने, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत एम.पी.एच.डब्ल्यू. को नियमित कर्मचारी की भांति ग्रेड पे 4200 देने, वर्दी भता व नियमित यात्रा भता देने, एम.पी.एच.डब्ल्यू. काडर के पदनाम बदलकर अन्य वर्गों की भांति आफिसर लगाने, नियमित महिला एम.पी.एच.डब्ल्यू. को पदोन्नति के ज्यादा अवसर देते हुए राजस्थान सरकार की भांति स्वास्थ्य सुपरवाइजर, ब्लॉक स्वास्थ्य सुपरवाइजर तथा जिला स्वास्थ्य सुपरवाइजर के पद सृजित करके पदोन्नति जारी करने, एस.एम.आई के रिक्त पदों पर पदोन्नति करने, एम.पी.एच.डब्ल्यू काडर के पदोन्नत पदों की वेतन विसंगति दूर करके पदोन्नत स्केल देने तथा रिक्त पदों पर नई भर्ती करके बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की माग पूर्ण नहीं होती तब स्वास्थ्य कर्मचारियों का आन्दोलन जारी रहेगा।