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हरियाणा में अभिभावकों को अब नहीं लगाने अस्पतालों के चक्कर! डिस्चार्ज के साथ ही मिल जाएगा शिशु का बर्थ सर्टिफिकेट

हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन को दी जाने वाली सुविधाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसी दिशा में सिविल अस्पताल रतिया ने एक और नई पहल की है, जिसके तहत संस्थागत प्रसव के बाद प्रसूता महिलाओं को अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय नवजात शिशु का बर्थ सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
 
Haryana News

Birth Cetificate: हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन को दी जाने वाली सुविधाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसी दिशा में सिविल अस्पताल रतिया ने एक और नई पहल की है, जिसके तहत संस्थागत प्रसव के बाद प्रसूता महिलाओं को अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय नवजात शिशु का बर्थ सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।

सिविल अस्पताल रतिया के इंचार्ज डॉ. अमित सैनी के नेतृत्व में इस पहल की शुरुआत की गई है। पहले, अभिभावकों को अपने बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 21 दिन का समय मिलता था। इस दौरान, वे अस्पताल आकर नि:शुल्क बर्थ सर्टिफिकेट बनवा सकते थे। अब इस नई पहल के तहत नवजात का बर्थ सर्टिफिकेट डिस्चार्ज होते ही मिल जाएगा, जिससे अभिभावकों को अस्पताल के चक्कर लगाने से छुटकारा मिलेगा।

सिविल अस्पताल रतिया में अगर नॉर्मल डिलीवरी होती है, तो मां को दो दिनों तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाता है। वहीं, सिजेरियन ऑपरेशन के बाद मां को 7 दिन तक निगरानी में रखा जाता है। इस दौरान जननी सुरक्षा योजना के तहत उन्हें 100 रुपये प्रतिदिन की डाइट भी प्रदान की जाती है, ताकि किसी प्रकार का संक्रमण न हो और मां एवं बच्चे दोनों स्वस्थ रहें।