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विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौन पदयात्रा में बही शोक की लहर

15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से पहले, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभाजन की दर्दनाक यादों को ताजा किया जाता है और उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने इस विभाजन की विभीषिका को झेला।
 
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UP News: 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से पहले, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभाजन की दर्दनाक यादों को ताजा किया जाता है और उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने इस विभाजन की विभीषिका को झेला।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में उन्होंने हाथ में तख्ती लेकर चलकर विभाजन की त्रासदी झेलने वालों की पीड़ा को बयां किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके यात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा का उद्देश्य विभाजन के समय हुई विभीषिका और उससे जुड़े शोक को याद करना था। यात्रा के दौरान सभी प्रतिभागियों ने मौन रहकर उन लाखों लोगों की पीड़ा को महसूस किया जो इस त्रासदी का शिकार हुए थे।

लोकभवन में पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने विभाजन विभीषिका की त्रासदी पर आधारित अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस प्रदर्शनी में विभाजन के समय की दर्दनाक घटनाओं को दर्शाया गया था, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को गहरे सोच में डाल दिया।

मौन पदयात्रा के दौरान सभी माननीय तख्तियां लेकर चल रहे थे, जिन पर विभाजन की यादों को ताजा करने वाली पंक्तियां लिखी हुई थीं। इन पंक्तियों में दर्द, शोक, और संवेदना की भावनाएं स्पष्ट रूप से झलकती थीं।

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें न केवल उस दर्दनाक इतिहास की याद दिलाता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि स्वतंत्रता की कीमत क्या होती है। इस दिन का आयोजन हमें उन लाखों लोगों की कुर्बानियों को याद दिलाता है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने जीवन की आहुति दी।