प्राइवेट स्कूल रहेंगे तीन दिन बंद, स्कूल संचालकों ने लिया बड़ा फैसला
हरियाणा प्रदेश में बीते दिनों महेंद्रगढ़ के कनीना में हुए बस हादसे के बाद हरियाणा प्रशासन ने संपूर्ण प्राइवेट स्कूलों की बसों की जांच हेतु जांच अभियान चला रखा है। आपको बता दें कि हाल ही में महेंद्रगढ़ के किनाना में एक निजी स्कूलों की बस पलटने से 6 बच्चों की मौत हो गई थी। बस ड्राइवर को मौके से जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह नशे की हालत में मिला।
वही बस के कागजात चेक किए गए तो एक भी कर्जत सही नहीं पाया गया। इस हादसे के बाद संपूर्ण हरियाणा में पुलिस प्रशासन ने स्कूल बसों की चेकिंग हेतु जांच अभियान शुरू कर दिया। इस जांच अभियान के तहत निजी स्कूलों की सैकड़ो बसों को पुलिस प्रशासन द्वारा इंपाउंड किया गया। इसके विरोध में आज स्कूल संचालकों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध इकट्ठा होकर आवाज उठानी शुरू कर दी।
निजी स्कूल संचालकों ने प्रशासन के विरोध कड़ा रुख अख्तियार करते हुए तीन दिन स्कूल बंद करने की घोषणा की है। पुलिस प्रशासन द्वारा बिना सीट बेल्ट, बिना हेल्पर, बिना ड्रेस, बिना सेफ्टी सिलेंडर वाली बसों पर कार्यवाही की जा रही है। प्रशासन द्वारा स्कूल बसों पर की जा रही इस कार्रवाई के विरोध में फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सिरसा ने अगले तीन दिन निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है।
फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज सिडाना और ब्लॉक अध्यक्ष विजंयत शर्मा कहना है कि सरकार को स्कूली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हफ्ते में बसो की जांच हेतु निर्धारित 1 दिन (बुधवार) से बढ़ाकर दो या तीन दिन करना चाहिए। इसके अलावा स्कूली बसों की जांच हेतु ब्लॉक स्तर पर एक दिन स्पेशल स्कूल बसों के लिए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूल बसों के चालक व परिचालक हेतु अलग से प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करवानी चाहिए।
डॉ पंकज सिडाना ने फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन सिरसा की मीटिंग के दौरान कहा कि निजी स्कूलों की समस्याओं को लेकर डीसी को मांग पत्र सौंपकर अवगत करवाया जाएगा। क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान भी निजी स्कूलों ने भारी नुकसान उठाया था और अब प्रशासन द्वारा बसों की जांच हेतु दिखाई जा रही सख्ति के चलते निजी स्कूल संगठन फिर से परेशानी उठा रहे हैं।
निजी स्कूल संगठन ने प्रशासन द्वारा बसों की जांच के तहत जो परेशानी आ रही है उसके लिए फेडरेशन ने तीन दिन स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है। उनका मानना है कि कनीना में हुए हादसे का दुख हम सबको है। लेकिन किसी एक स्कूल की गलती की सजा प्रदेश के सभी स्कूलों को देना कहीं से उचित नहीं है।