उत्तर प्रदेश में 'रोड टू स्कूल' प्रोजेक्ट का शुभारंभ, जानें इसके बारे में
UP News: 'रोड टू स्कूल' प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल बच्चों की शिक्षा में सुधार लाने में मदद करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी प्रदान करेगा। इस प्रकार की पहलें राज्य के शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने में मददगार साबित होंगी और बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखेंगी।
उद्देश्य
बच्चों में पठन-पाठन के प्रति अभिरुचि बढ़ाना।
स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करना।
बच्चों का नामांकन बढ़ाना।
बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल और कौशल विकास को प्रोत्साहित करना।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत ‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट के पहले चरण का शुभारंभ किया। इस प्रोजेक्ट के तहत, चरगांवा ब्लॉक के 78 परिषदीय विद्यालयों (प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, और कम्पोजिट) को शामिल किया गया है। गोरखपुर में इस प्रोजेक्ट का औपचारिक शुभारंभ मंगलवार को गुलरिहा क्षेत्र के रेडिएंट रिजॉर्ट में हुआ।
'रोड टू स्कूल' प्रोजेक्ट
‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट हिंदुजा समूह की अशोक लीलैंड लिमिटेड और लर्निंग लिंक फाउंडेशन की एक पहल है। इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक चरगांवा ब्लॉक में 57 युवाओं को रोजगार दिया गया है, जिन्हें वॉलंटियर के रूप में स्थानीय टीचरों के साथ मिलकर कार्य करने के लिए चुना गया है।
प्रोजेक्ट का असर
इस प्रोजेक्ट से चरगांवा ब्लॉक के 78 विद्यालयों में 17,781 बच्चों को लाभ मिलेगा। इसके पहले चरण में, बच्चों के माता-पिता से मिलकर शिक्षा के महत्व को समझाने का प्रयास किया गया। इस पहल से न केवल बच्चों का नामांकन बढ़ा है, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिला है।
दूसरे चरण में, भटहट ब्लॉक के 90 विद्यालयों में 16,434 बच्चों को लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्कूलों में आधार कैंप भी आयोजित किए गए, जिससे बच्चों को आधार कार्ड बनवाने में सहायता मिली और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सहूलियत हुई।