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सिरसा जिले के छतरियां गांव की बेटी ने गाड़े सफलता के झंडे, पहले ही प्रयास में तोड़ा यूपीएससी का चक्रव्यूह

The daughter of Chhatriyan village of Sirsa district raised the flag of success, broke the UPSC maze in her first attempt.
 
UPSE TOPER मनु भोभरिया

UPSE TOPER :हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले के छतरियां गांव की बेटी ने गांव वालों को ऐसी खुशी दी कि ग्रामीण खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। अक्सर हम सोचते हैं कि यूपीएससी जैसे एग्जाम को क्लियर करने हेतु हमें बड़े शहरों में जाकर तैयारी करनी पड़ती है। इसके अलावा हमारी यह सोच रहती है कि यूपीएससी का एग्जाम बड़े शहरों के बच्चों द्वारा ही पास किया जा सकता है।

ऐसी सब बातों पर पूर्ण विराम लगाते हुए सिरसा जिले की छतरियां गांव की बेटी मनु भोभरिया ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया है।
मनु भोभरिया सिरसा जिले के छोटे से गांव छतरियां निवासी हैं। इनके पिता देवीलाल भोभरिया चंडीगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं।

आपको बता दें कि मनु भोभरिया ने पहले प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित  परीक्षा पास कर ली है। मनु ने इस परीक्षा में 434वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार का नाम रोशन किया है।

सीआईडी विभाग में कार्यरत बलजिंदर भोभरिया की भतिजी मनु भोभरिया की इस उपलब्धि पर  परिवार व गांव छतरियां में खुशी का माहौल है।

आपको बता दें कि  मनु भोभरिया वर्तमान में चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज से एमडी की तैयारी कर रही है। एमडी की तैयारी करने के दौरान ने सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन- 2023 की परीक्षा में भाग लेने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी और अपने पहले ही प्रयास में 434वीं रैंक लेकर परीक्षा पास कर ली है। मनु भोभरिया का छोटा भाई विश्वजीत वर्मा भी एमडी की तैयारी कर रहा हैं।

मनु भोभरिया के परिवार की बात करें तो उनकी माता घर गृहस्ती देखते हैं। मनु भोभरिया जन्म  24 अप्रैल 1996 को सिरसा जिले की छतरियां गांव में हुआ।

उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद डीसी मॉडल स्कूल चंडीगढ़ से 12वीं कक्षा की पढ़ाई की। मनु भोभरिया पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल रही है।

उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में प्रथम प्रयास में सफलता हासिल करने से पहले एमबीबीएस की पढ़ाई हेतु अपने पहले ही प्रयास नीट का एग्जाम क्लियर कर दिया था।  मनु भोभरिया ने एमडी की तैयारी के साथ ही यूपीएससी की परीक्षा दी और 434वीं रैंक हासिल की।