सिरसा लोकसभा सीट पर अशोक तंवर और सुनीता दुग्गल के बीच फंसा पेंच, भाजपा पार्टी नहीं लगा पाई अभी तक फाइनल कैंडिडेट पर मोहर
indiah1, SIrsa Loksabha sheet: हरियाणा प्रदेश के सिरसा लोकसभा सीट पर भाजपा पार्टी अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम पर मोहर नहीं लगा पाई है। इसका कारण इस लोकसभा सीट पर सुनीता दुग्गल और अशोक तंवर की दावेदारी को माना जा रहा है। वेसे देखा जाए तो दोनों ही उम्मीदवार अपने आप में राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी हैं।
यही कारण है कि भाजपा इस सीट पर अभी तक फाइनल मोहर नहीं लगा पाई है। हालांकि भाजपा पार्टी ने बीते शनिवार को देश के विभिन्न राज्यों से 195 उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी थी। इस लोकसभा सीट से भाजपा पार्टी की वर्तमान सांसद सुनीता दुग्गल की बात करें तो वह अपने लोकसभा क्षेत्र में पिछले कुछ समय से काफी एक्टिव नजर रही हैं।
वर्तमान में सिरसा सीट से सांसद होने के साथ-साथ सुनीता दुग्गल की इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाता पर भी मजबूत पकड़ है। वहीं दूसरी तरफ अगर अशोक तंवर की बात करें तो ये भी सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की तरफ से सांसद रहे है। अशोक तंवर को सुनिता दुग्गल के मुकाबले राजनीतिक अनुभव भी ज्यादा है। अशोक तंवर इससे पहले आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी भी ज्वाइन कर चुके हैं। तंवर ने अभी हाल ही में भाजपा पार्टी ज्वाइन की है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प हो गया है कि सिरसा लोकसभा सीट पर भाजपा पार्टी किस उमीदवार को मोका देती है।
हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन को लेकर बना हुआ है असमंजस
वहीं दूसरी तरफ पार्टी हरियाणा में गठबंधन को लेकर भी हरियाणा में असमंजस की स्थिति में बनी हुई है। आपको बता दें कि हरियाणा में भाजपा पार्टी द्वारा राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर कमल के फूल खिलाने का दावा किया गया है। वहीं भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी (JJP) ने अपने अलग दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।
इसी के चलते अजय सिंह चौटाला ने जननायक जनता पार्टी की अलग लाइन तय करने हेतु रविवार को घरौंडा में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।
इस बैठक में जननायक जनता पार्टी के हरियाणा में 10 सीटों पर लोकसभा प्रभारी फील्ड में जाकर तैयार की गई रिपोर्ट रखेंगे। लोकसभा प्रभारी द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर आज जेजेपी तय करेगी कि भाजपा द्वारा कोई सीट नहीं दी जाती है तो उसे अकेले चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।