राजस्थान में पुलिस की वर्दी में Reel या Story अपलोड करने पर रहेगी पाबंधी, देखिये DGP का आदेश
राजस्थान पुलिस कर्मी और वर्दी में अधिकारी सोशल मीडिया पर रील या स्टोरी अपलोड नहीं कर सकेंगे।
May 15, 2024, 12:48 IST
Rajasthan News: राजस्थान पुलिस कर्मी और वर्दी में अधिकारी सोशल मीडिया पर रील या स्टोरी अपलोड नहीं कर सकेंगे। डीजीपी यूआर साहू ने पुलिस की वर्दी में रील या वीडियो स्टोरी बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) यू आर साहू ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को लॉकडाउन मानदंडों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। "साहू के अनुसार, राज्य में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वर्दी में" "गैर-पुलिस मुद्दों" "पर वीडियो, रील या कहानियां अपलोड करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।" डीजीपी यूआर साहू ने कहा कि वर्दी में पुलिसकर्मियों के वीडियो, रील और कहानियों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना या अपलोड करना पुलिस नियमों के खिलाफ है, जिसका पुलिस के काम से कोई लेना-देना नहीं है। इससे विभाग की गरिमा और छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
डीजीपी यूआर साहू ने राज्य के सभी एसपी, कमांडेंट और अन्य पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुलिस के काम से संबंधित वीडियो, रील, कहानी के अलावा किसी भी तरह की तैयारी, पोस्ट और अपलोड न करे। नियंत्रक अधिकारी ऐसी पोस्टिंग करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
डीजीपी ने पुलिस कर्मियों से आह्वान किया है कि पुलिस की वर्दी हमारी प्रतिबद्धता, समर्पण और जनता के प्रति हमारी जवाबदेही का प्रतीक है। इसका उपयोग करते समय हमें बहुत सावधानी बरतनी होगी। वर्दी में अनुचित सामग्री का प्रसारण न केवल अनुशासनहीनता का प्रतीक है, बल्कि यह जनता के बीच विश्वास को भी कम करता है।
डीजीपी यूआर साहू ने राज्य के सभी एसपी, कमांडेंट और अन्य पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुलिस के काम से संबंधित वीडियो, रील, कहानी के अलावा किसी भी तरह की तैयारी, पोस्ट और अपलोड न करे। नियंत्रक अधिकारी ऐसी पोस्टिंग करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
डीजीपी ने पुलिस कर्मियों से आह्वान किया है कि पुलिस की वर्दी हमारी प्रतिबद्धता, समर्पण और जनता के प्रति हमारी जवाबदेही का प्रतीक है। इसका उपयोग करते समय हमें बहुत सावधानी बरतनी होगी। वर्दी में अनुचित सामग्री का प्रसारण न केवल अनुशासनहीनता का प्रतीक है, बल्कि यह जनता के बीच विश्वास को भी कम करता है।