हरियाणा में UHBVPN के इन कर्मचारियों पर गिरेगी गाज, ED ने किए आदेश जारी
हरियाणा प्रदेश के में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में कई कर्मचारियों पर गाज गिरने वाली है। ईडी ने बाकायदा इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। आपको बता दें कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में लगभग 56 करोड़ के गबन के मामले में ईडी ने बड़ी कार्यवाही की है। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले में जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़े खुलासे किए है।
इस मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के अंतर्गत (UHBVPN) यमुनानगर में बिजली विभाग के दो कर्मचारियों की लगभग 3 करोड़ की संपतियां जब्त कर कुर्क कर दी है। इस घोटाले में मुख्य रूप से उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में कार्यरत लोअर डिवीजन क्लर्क राघव वधावन और मंडल अकाउंटेंट योगेश लांबा शामिल बताए जा रहे हैं।
घोटाला उजागर होने के बाद अब इन कर्मचारियों की नौकरी जाना भी जा सकती हैं। बिजली विभाग में घोटाले का यह मामला यमुनानगर के सिटी थाने में फरवरी 2022 में दर्ज किया गया था। जिसकी जांच अब ईडी द्वारा की जा रही है।
2022 में हुई थी क्लर्क और अकाउंटेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज
हरियाणा में बिजली निगम में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर विभाग में कार्यरत एक्सईएन ने मामले की शिकायत 2022 में पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी। जानकारी के मुताबिक इस मामले को लेकर क्लर्क राघव और अकाउंटेंट के खिलाफ एक्सईएन ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि दोनों ने UHBVPN बिलासपुर के ऑपरेशन डिवीजन में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है।
उन्होंने बताया कि दोनों अधिकारियों ने यह धोखाधड़ी जब वे वहां पर सेवाएं दे रहे थे उस समय की थी। ईडी की जांच में फर्जी वाउचर से कई संदिग्ध लोगों के खातों में फर्जी तरीके से पैसे डालने का मामला सामने आया था।
फर्जी वाउचर से करते थे ट्रांजैक्शन
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में करोड़ों रुपए के घोटाले में ट्रांजैक्शन की बात करें तो बिजली वितरण निगम में कार्यरत लोअर डिवीजन क्लर्क राघव वधावन और मंडल अकाउंटेंट योगेश लांबा ने तीन लाख 64 हजार 551 रुपये गुलजार सिंह के नाम चेक संख्या 522976, दिनांक 16 जून 2016 को लगाया था।
इसके अलावा दिनांक 12 अगस्त 2016, चेक संख्या 981139 लगाया था, जिसकी राशि 33 लाख 5 हजार 428 रुपये थी। वहीं गुलजार सिंह के नाम चेक संख्या 982138, राशि 8 लाख 68 हजार 282 रुपये दिनांक 29 और 31 अगस्त 2016 लगाया था। कंवलजीत कौर के नाम पर चेक संख्या 981191 राशि 9 लाख 38 हजार 622 जारी किए गए थे।
करोड रुपए के घोटाले के मामले में 21 फरवरी 2022 को यमुनानगर के सिटी थाने में बिजली विभाग के दोनों कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू की गई थी।
ईडी की जांच में हुआ करोड़ों रुपए के घोटाले का खुलासा
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में ईडी की जांच में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा सामने आया है। ईडी ने जांच के दौरान पाया कि बिजली अधिकारियों ने
फर्जी वाउचर तैयार कर फर्जी भुगतान वाउचर के आधार पर चेक तैयार किए। बाद में विभिन्न राशि के चेक अपात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा करवा कर राशि को खुद हड़प गए।
जांच में यह पता चला कि लगभग 1300 गैर-वास्तविक लाभार्थियों के बैंक खातों में धोखाधड़ी से पैसे जमा किए गए थे। जिन लोगों के खातों में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से धनराशि ग्रेच्युटी और एरियर के फर्जी भुगतान के लिए जमा कर बाद में बैंक से नकद निकाल लिया गया। बिजली कर्मचारियों का इस मामले में लगभग 56 करोड़ का गबन सामने आया। ईडी ने जांच-पड़ताल के बाद इन आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने की भी आदेश दे दिए हैं।