इस महिला को बकरी पालन ने किया मालामाल, हर महीने कमाती है इतने हजार
बिहार में बकरी पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है, और महिलाएं इस व्यवसाय में बड़ा योगदान दे रही हैं। ऐसी ही एक महिला किसान हैं वंदना कुमारी, जिन्होंने बकरी पालन से आत्मनिर्भरता की एक नई मिसाल कायम की है। वंदना, भागलपुर जिले के विशनपुर गांव से ताल्लुक रखती हैं और बकरी पालन के माध्यम से हर महीने अच्छा मुनाफा कमा रही हैं।
Sep 14, 2024, 18:13 IST
Kisan: बिहार में बकरी पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है, और महिलाएं इस व्यवसाय में बड़ा योगदान दे रही हैं। ऐसी ही एक महिला किसान हैं वंदना कुमारी, जिन्होंने बकरी पालन से आत्मनिर्भरता की एक नई मिसाल कायम की है। वंदना, भागलपुर जिले के विशनपुर गांव से ताल्लुक रखती हैं और बकरी पालन के माध्यम से हर महीने अच्छा मुनाफा कमा रही हैं।
वंदना ने साल 2018 में सिर्फ दो बकरियों के साथ अपना बकरी पालन व्यवसाय शुरू किया था। आज उनके पास 60 से अधिक बकरियां हैं और वह बकरी के दूध, मटन और घी बेचकर महीने में लगभग 30,000 रुपये तक की कमाई कर रही हैं।वंदना को उनके बेहतरीन कार्य के लिए राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया है।
वंदना का कहना है कि बकरी पालन गरीबों के लिए कम खर्च में सबसे बेहतरीन कारोबार है। इससे न केवल मटन बल्कि बकरी का दूध और घी भी बेचकर कमाई की जा सकती है।
वंदना के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं बकरी पालन से महीने में 10,000 से अधिक की कमाई कर सकती हैं। उनके गांव से कई महिलाएं अब वंदना से बकरी पालन की ट्रेनिंग लेकर इस व्यवसाय में शामिल हो रही हैं।
वंदना कुमारी की कहानी यह दर्शाती है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन सकती हैं। बकरी पालन में उनका योगदान अन्य महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है।
वंदना ने साल 2018 में सिर्फ दो बकरियों के साथ अपना बकरी पालन व्यवसाय शुरू किया था। आज उनके पास 60 से अधिक बकरियां हैं और वह बकरी के दूध, मटन और घी बेचकर महीने में लगभग 30,000 रुपये तक की कमाई कर रही हैं।वंदना को उनके बेहतरीन कार्य के लिए राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया है।
वंदना का कहना है कि बकरी पालन गरीबों के लिए कम खर्च में सबसे बेहतरीन कारोबार है। इससे न केवल मटन बल्कि बकरी का दूध और घी भी बेचकर कमाई की जा सकती है।
वंदना के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं बकरी पालन से महीने में 10,000 से अधिक की कमाई कर सकती हैं। उनके गांव से कई महिलाएं अब वंदना से बकरी पालन की ट्रेनिंग लेकर इस व्यवसाय में शामिल हो रही हैं।
वंदना कुमारी की कहानी यह दर्शाती है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन सकती हैं। बकरी पालन में उनका योगदान अन्य महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है।