UP Link Expressway: छोटे बड़े सभी गाँव शहरों को आपस में जोड़ देंगे यूपी के ये चार नए लिंक एक्सप्रेसवे, इन जिलों को होगा खास फायदा
UP Link Expressway: उत्तर प्रदेश में आवागमन की सुविधाओं में सुधार के लिए एक व्यापक एक्सप्रेसवे नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। प्रदेश में छह से अधिक प्रमुख एक्सप्रेसवे और लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है, जिससे छोटे जिलों को बड़े एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। इस लेख में हम इन प्रमुख लिंक एक्सप्रेसवे परियोजनाओं की जानकारी प्रदान करेंगे और उनके संभावित लाभों पर चर्चा करेंगे।
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे
लंबाई: गाजीपुर से बलिया तक
लागत: 1,600 करोड़ रुपये
लाभ: यह लिंक एक्सप्रेसवे आवागमन को सुगम बनाएगा और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
लंबाई: चार लेन (भविष्य में छह लेन)
लागत: लगभग 4,500 करोड़ रुपये
लाभ: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को अहमदगंज से जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
आगरा-लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लिंक
लंबाई: 61.60 किमी
लागत: लगभग 4,500 करोड़ रुपये
लाभ: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने से क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी।
जेवर एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेसवे लिंक
लंबाई: 84 किमी
लागत: लगभग 6,000 करोड़ रुपये
लाभ: यह लिंक एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करेगा।
अन्य प्रमुख लिंक एक्सप्रेसवे
लंबाई: 93 किमी
लागत: 6,500 करोड़ रुपये
लाभ: क्षेत्र में यातायात और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
प्रदेश सरकार इन एक्सप्रेसवे और लिंक एक्सप्रेसवे के किनारों पर सोलर पार्क, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, और जनसुविधा केंद्रों का विकास भी कर रही है। इससे न केवल यात्रा की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता और स्वच्छ ऊर्जा का भी समर्थन होगा।
उत्तर प्रदेश में इन प्रमुख लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि यह आर्थिक विकास, औद्योगिक उन्नति, और रोजगार सृजन के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इन परियोजनाओं की प्रगति प्रदेश की समृद्धि और आधुनिकता की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।