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कनाडा में नागरिकता दिलवाने का झांसा देकर ठगे छह लाख रुपये

Cheated of six lakh rupees on the pretext of getting citizenship in Canada
 
HARYANA

जींद। कनाडा की स्थाई नागरिकता दिलवाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से छह लाख रुपये की धोखाधड़ी करने पर साइबर क्र ाइम थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इसमें आरोपी ने कनाडा में रहने वाले रिश्तेदार का जानकार एजेंट बताकर ठगी की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
  साइब्रर काइम थाना पुलिस को दी शिकायत में सफीदों के गांव निम्नाबाद निवासी कु लविंद्र सिंह ने कहा कि15 फ रवरी 2024 को उसके ससूर खतौली निवासी गुरचरण सिंह ने उसे कहा था कि उनकी साली का लडक़ा जुझार सिंह कनाडा में रहता है। उसको पैसों की जरूरत है व साथ में उसका एजेंट भी बात कर रहा था। कु छ समय बाद उसके पास व्हाट्सएप पर ऑडियो कॉल आया तो उसने बोला कि वह जुझार सिहं का ऐजेंट बोल रहा है। जुझार सिंह को कनाडा की स्थाई नागरिकता के लिए छह लाख रुपये की जरूरत है। इस पर उसने भरोसा कर लिया और उक्त एजेंट द्वारा बताए गए बैंक खाते में छह लाख रुपये डलवा दिए। इसके कई दिन बाद रिश्तेदार का दोबारा फोन रुपयों के लिए आया तो पता चला की किसी ठग ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। इसमें उसके रिश्तेदार ने बताया कि अभी तक उसने रुपयों की मांग नहीं की थी। साइब्रर क्राइम पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू की है।

प्लाट की सौदेबाजी कर 4.20 लाख रुपये रुपए की प्रोपर्टी डीलर ने की धोखाधड़ी 

जींद। प्लाट की सौदेबाजी कर  4.20 लाख रुपये हड़पने पर शहर थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ  धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।  श्याम नगर निवासी शीला देवी ने बताया कि उसने प्लाट लेने के लिए पटियाला चौक के प्रोपर्टी डीलर जसबीर मदान से बातचीत की थी। मदान ने उसको वेद नगर निवासी संजीव से मिलवाया। जिसने श्याम नगर में 200 वर्ग गज प्लाट का मालिक बताया और प्लाट के लिए 4.20 लाख रुपये की राशि भी ले ली, लेकिन प्लाट नाम नहीं करवाया। 


वह प्लाट लेने की इच्छुक थी। जिसके चलते उसकी मुलाकात  पटियाला चौक के प्रोपर्टी डीलर जसबीर मदान से हुई। उसने वेद नगर निवासी संजीव से मिलवाया। जिसने श्याम नगर में 200 वर्ग गज प्लाट का मालिक बताया। जिसके चलते पांच लाख  रुपये में प्लाट का सौदा तय हो गया। 24 अप्रैल 2018 को तीन लाख 30 हजार रुपये नगदी तथा चैकों के माध्यम से गवाह की मौजूदगी में राशि का भुगतान कर दिया। इस दौरान आरोपी को उसने कुल  4.20 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद उसने कोई न कोई बहाना बना कर रजिस्ट्री करवाने से बचते रहे। जब उसने अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि संजीव प्लाट का मालिक नही है और न ही कोई मौके पर प्लाट है। प्लाट की रजिस्ट्री न होने पर उसने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने ने लौटाने से मना कर दिया और बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी। शहर थाना पुलिस ने शीला की शिकायत पर संजीव तथा जसबीर मदान के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।